कांग्रेस के सामने पूर्व PM मनमोहन सिंह को राज्यसभा भेजने की है चुनौती, सिर्फ ये दो हैं विकल्प
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) में हार के बाद कांग्रेस के सामने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Former PM Manmohan Singh) को राज्यसभा (Rajya Sabha) भेजने की चुनौती है। वह असम से राज्यसभा...
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) में हार के बाद कांग्रेस के सामने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Former PM Manmohan Singh) को राज्यसभा (Rajya Sabha) भेजने की चुनौती है। वह असम से राज्यसभा सदस्य हैं और उनका कार्यकाल 14 जून को खत्म हो रहा है। असम से राज्ससभा चुनाव जीतना अब आसान नहीं है। ऐसे में उनको राज्यसभा के लिए कुछ इंतजार करना पड़ सकता है।
डॉ. मनमोहन सिंह और एस कुजूर का कार्यकाल 14 जून को खत्म हो रहा है। दोनों सीटों के लिए सात जून को चुनाव होगा। चुनाव आयोग ने अधिसूचना भी जारी कर दी है। असम विधानसभा में 126 सीट है, लेकिन कांग्रेस के पास सिर्फ 26 सीट है। राज्य में एआईयूडीएफ की 13 सीटें हैं। एआईयूडीएफ के सहयोग से भी असम से कांग्रेस के लिए सीट जीतना आसान नहीं होगा।
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कांग्रेस के पास सिर्फ दो विकल्प
कांग्रेस के पास अब सिर्फ दो विकल्प है। पहला यह है कि वह अपने शासन वाले किसी राज्य से उन्हें राज्यसभा भेजे। दूसरा यह कि वह जुलाई तक इंतजार करे और डीएमके के सहयोग से मनमोहन सिंह को राज्यसभा भेजे। दरअसल, लोकसभा चुनाव में कई राज्यसभा सांसद चुनाव लड़े थे, पार्टी को उम्मीद थी कि मध्य प्रदेश से सीट खाली होने पर उप चुनाव में राज्यसभा चुनाव जीता जा सकता है। पर कोई भी राज्यसभा सदस्य चुनाव नहीं जीत सका।
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पार्टी की मुश्किल यह है कि जुलाई के बाद राज्यसभा की 55 सीटों के लिए अगले साल अप्रैल में चुनाव होगा। लेकिन इनमें कांग्रेस शासित राज्यों की सिर्फ छह सीट खाली होगी। मध्य प्रदेश की तीन, राजस्थान की एक और छत्तीसगढ की एक सीट है। जबकि कांग्रेस को ओडिशा,आंध्र प्रदेश हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और गुजरात से अपनी राज्यसभा सीट गंवानी पड़ सकती है। क्योंकि, ओडिशा और आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा है।