BJD छोड़ने के 9 महीने बाद BJP में शामिल हुए बैजयंत जय पांडा, नवीन पटनायक पर लगाए ये आरोप
बीजू जनता दल के पूर्व सांसद बैजयंत पांडा सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए । पांडा के भाजपा में शामिल होने से लोकसभा चुनाव से पहले ओडिशा में पार्टी को मजबूती मिलने की उम्मीद है। आपको बता दें कि बैजयंत...
बीजू जनता दल के पूर्व सांसद बैजयंत पांडा सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए । पांडा के भाजपा में शामिल होने से लोकसभा चुनाव से पहले ओडिशा में पार्टी को मजबूती मिलने की उम्मीद है। आपको बता दें कि बैजयंत जय पांडा ने नौ महीने पहले बीजेडी छोड़ी थी।
ओडिशा में लोकसभा चुनाव के साथ राज्य विधानसभा का चुनाव होने की संभावना है और भाजपा को उम्मीद है कि पांडा की मौजूदगी से ओडिशा के तटीय इलाके में उसकी स्थिति मजबूत होगी। पांडा ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की और बीजेपी मुख्यालय में पार्टी में शामिल हुए।
Nine months of introspection & widespread consultations w/colleagues & public.
— Baijayant Jay Panda (@PandaJay) March 4, 2019
Grateful for support recd from all over.
On auspicious #MahaShivratri I've decided to join @BJP4India & work under the leadership of @narendramodi Ji to serve Odisha & India to the best of my ability🙏
बैजयंत पांडा ने ट्वीट में कहा, '' नौ महीने का आत्मचिंतन और सहयोगियों एवं लोगों से व्यापक विचार विमर्श । सभी ओर से प्राप्त समर्थन के लिये आभारी हूं। उन्होंने कहा, '' महाशिवरात्रि के पवित्र अवसर पर मैंने भाजपा में शामिल होने तथा नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता के अनुरूप ओडिशा और भारत सेवा करने का निर्णय किया ।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बैजयंत पांडा ने बीजेडी पर तंज कसते हुए कहा कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के शासन में राज्य में हालात बहुत तेजी से बिगड़ रहे है। उन्होंने कहा कि ओडिशा में अपराध बहुत बढ़ा है। यह अपराध मुख्यत: महिलाओं और बच्चों के खिलाफ ज्यादा बढ़े हैं।
सोलहवीं लोकसभा: सत्तापक्ष की मजबूती ने ही विपक्ष को एकजुट किया
पांडा ओडिशा में प्रभावशाली मीडिया समूह का स्वामित्व करते है और वे मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के पार्टी बीजू जनता दल के वरिष्ठ सांसद रह चुके हैं । कुछ समय पहले ही मतभेदों के कारण वे बीजद से अलग हो गए थे। बीजद ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के आधार पर पार्टी से निलंबित कर दिया था। इसके बाद उन्होंने पार्टी और लोकसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था। उन्होंने ओडिशा के केंद्रपाडा सीट का दो बार प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने राज्यसभा में राज्य का प्रतिनिधित्व भी किया था।
बीजद ने उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों और धन शोधन गतिविधियों में शामिल होने का भी आरोप लगाया था। पांडा ने इन आरोपों से इंकार किया था। ओडिशा में 21 संसदीय सीटें हैं और 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजद ने 20 सीटों पर जीत दर्ज की थी। भाजपा केवल एक सीट सुंदरगढ़ जीतने में सफल रही थी। इस सीट का प्रतिनिधित्व आदिवासी मामलों के मंत्री जुएल ओराम करते हें। भाजपा ने चुनाव से पहले ओडिशा की पहचान प्राथमिकता वाले राज्यों के रूप में की है।
(इनपुट एजेंसी से)