विदेश मंत्रालय ने कहा- पीएम मोदी के नाम से बांग्लादेश में फर्जी लेटर प्रसारित होना दुर्भावनापूर्ण
भारत के विदेश मंत्रालय प्रवक्त रवीश कुमार ने बुधवार को एक लेटर के बारे में बात की जिसे पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा लिखे जाने की का झूठा दावा किया गया था। इस लेटर को पड़ोसी देश में लोगों को गुमराह करने...
भारत के विदेश मंत्रालय प्रवक्त रवीश कुमार ने बुधवार को एक लेटर के बारे में बात की जिसे पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा लिखे जाने की का झूठा दावा किया गया था। इस लेटर को पड़ोसी देश में लोगों को गुमराह करने और द्विपक्षीय संबंधों को कमजोर करने के "दुर्भावनापूर्ण" प्रयास के रूप में बांग्लादेशी मीडिया में प्रसारित किया गया।
We strongly condemn those responsible for deliberately spreading such fake and malicious news, to divide communities, create disharmony and undermine friendship between the people of India and Bangladesh. https://t.co/LEdXxutzNc
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) November 13, 2019
बांग्लादेशी मीडिया की खबरों में लगाए गए फर्जी लेटर में अयोध्या मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश को "बधाई" दी गई थी, जिसमें लिखा था कि यह "हिंदू राष्ट्र के लिए एक शानदार योगदान" है। ढाका में भारतीय मिशन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि: “यह उच्चायोग के संज्ञान में आया है कि ये लेटर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश को लिखे जाने की अफवाह उड़ाई गई है। यह पत्र पूरी तरह से नकली और दुर्भावनापूर्ण है।
इसका उद्देश्य बांग्लादेश में लोगों को गुमराह करना और सामाजिक भेदभाव पैदा करना है। यह अफवाह उन लोगों की ओर फैलाई जो सार्वजनिक डोमेन में भारत के बारे में गलतफहमी पैदा करने के लिए जानबूझकर नकली और गलत जानकारी प्रसारित करते रहे हैं। हालांकि ये लेटर कहा से आया यह पता नहीं चल सका है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि बांग्लादेशी मीडिया में इसे किसने प्रसारित किया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया कि, "हम ऐसी फर्जी और दुर्भावनापूर्ण खबरें फैलाने के लिए जिम्मेदार लोगों की कड़ी निंदा करते हैं जो समुदायों को विभाजित करने के लिए, भारत और बांग्लादेश के लोगों के बीच इस तरह की चीजें फैला रहे हैं।"
भारत और बांग्लादेश के बीच वर्तमान में सुरक्षा से लेकर बुनियादी ढांचे के विकास के क्षेत्रों में मजबूत संबंध हैं और हाल के वर्षों में देशों के संबंधों को बेहतर करने में मोदी और उनकी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।