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वैलेंटाइन डे पर सरकार का नया शिगूफा, गायों को लगाएं गले; मनाएं 'काउ हग डे'

बोर्ड ने कहा, “समय के साथ पश्चिम संस्कृति की प्रगति के कारण वैदिक परंपराएं लगभग विलुप्त होने के कगार पर हैं। पश्चिमी सभ्यता की चकाचौंध ने हमारी भौतिक संस्कृति और विरासत को लगभग भुला दिया है।"

वैलेंटाइन डे पर सरकार का नया शिगूफा, गायों को लगाएं गले; मनाएं 'काउ हग डे'
Amit Kumarलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीWed, 08 Feb 2023 10:38 PM

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भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने गाय प्रेमियों से 14 फरवरी को "काउ हग डे" के रूप में मनाने के लिए एक अभूतपूर्व "अपील" जारी की है। बोर्ड ने कहा है कि ऐसा करना "भावनात्मक समृद्धि लाएगा" और "व्यक्तिगत व सामूहिक खुशी को बढ़ाएगा"। यह अपील भारत सरकार के केंद्रीय मत्स्य एवं पशुपालन मंत्रालय के निर्देश पर जारी की गई है। लोगों से 14 फरवरी को 'काउ हग डे' मनाने की अपील करते हुए बोर्ड ने कहा कि इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार होगा और सामूहिक खुशी को प्रोत्साहन मिलेगा।

बता दें कि हर साल 14 फरवरी को 'वैलेंटाइन डे' के रूप में मनाया जाता है। हालांकि इस बार बोर्ड ने अनोखी अपील की है। नोटिस में कहा गया कि सभी गाय प्रेमी 14 फरवरी को गाय माता के महत्व को ध्यान में रखते हुए 'काउ हग डे' के रूप में मनाकर जीवन को खुशहाल और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर बना सकते हैं। नोटिस में आगे कहा गया कि गायों को गले लगाने से भावनात्मक समृद्धि आएगी और व्यक्तिगत व सामूहिक खुशी बढ़ेगी। इसमें यह भी उल्लेख किया गया कि वैदिक परंपराएं, पश्चिमी संस्कृति की प्रगति के कारण विलुप्त होने के कगार पर हैं। पश्चिमी सभ्यता की चकाचौंध ने हमारी संस्कृति और विरासत को लगभग भुला दिया।

बोर्ड के सचिव डॉ सुजीत कुमार दत्ता द्वारा हस्ताक्षरित, अपील में लिखा है, “हम सभी जानते हैं कि गाय भारतीय संस्कृति और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। हमारी जीविका को बनाए रखती है, पशु धन और जैव विविधता का प्रतिनिधित्व करती है। मानवता को सब कुछ प्रदान करने वाली माँ के समान इसकी पोषक प्रकृति के कारण इसे 'कामधेनु' और 'गौमाता' के नाम से जाना जाता है।" बोर्ड ने कहा, “समय के साथ पश्चिम संस्कृति की प्रगति के कारण वैदिक परंपराएं लगभग विलुप्त होने के कगार पर हैं। पश्चिमी सभ्यता की चकाचौंध ने हमारी भौतिक संस्कृति और विरासत को लगभग भुला दिया है।"

अपील में आगे कहा गया, "गाय के अपार लाभों को देखते हुए, [गाय] को गले लगाने से भावनात्मक समृद्धि आएगी जिससे हमारे व्यक्तिगत और सामूहिक सुख में वृद्धि होगी। अतः सभी गौ प्रेमी भी गौ माता के महत्व को ध्यान में रखते हुए तथा जीवन को सुखी और सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण करते हुए 14 फरवरी को काउ हग डे के रूप में मना सकते हैं। यह सक्षम प्राधिकारी के अनुमोदन के साथ और पशुपालन एवं डेयरी विभाग, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के निर्देश पर जारी किया गया है।" 

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए, बोर्ड सहायक सचिव प्राची जैन ने कहा, “हमें इस अपील को जारी करने के लिए केंद्रीय मंत्रालय से निर्देश प्राप्त हुए। इसके लिए हमें कुछ अभ्यावेदन भी प्राप्त हुए थे। इस बार समय बहुत सीमित है, जिसके कारण हम इस संबंध में कोई आयोजन नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन हमने लोगों से एक अपील जारी की है और कपल्स इसे फॉलो कर सकते हैं।" यह पूछे जाने पर कि क्या यह सभी राज्यों के लिए अपील है, जैन ने कहा, “यह सभी राज्यों के लिए होगा। पशु कल्याण सभी राज्यों के लिए है। गुजरात और कई अन्य राज्य भी 14 फरवरी को काउ हग डे के रूप में मनाएंगे।"

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