ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशसरकार के साथ बैठक में मौन व्रत पर रहे किसान, अपनी मांगों पर हा या ना में मांगा जवाब

सरकार के साथ बैठक में मौन व्रत पर रहे किसान, अपनी मांगों पर हा या ना में मांगा जवाब

सरकार के साथ पांचवें दौर की बातचीत में किसानों का समूह मौन व्रत पर रहा और उसने तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मुख्य मांग पर हा या नहीं में जवाब मांगा। किसान नेताओं ने यह जानकारी दी।...

सरकार के साथ बैठक में मौन व्रत पर रहे किसान, अपनी मांगों पर हा या ना में मांगा जवाब
एजेंसी,नई दिल्लीSat, 05 Dec 2020 07:58 PM
ऐप पर पढ़ें

सरकार के साथ पांचवें दौर की बातचीत में किसानों का समूह मौन व्रत पर रहा और उसने तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मुख्य मांग पर हा या नहीं में जवाब मांगा। किसान नेताओं ने यह जानकारी दी। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर समेत तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ करीब चार घंटे तक चली बैठक में किसान नेताओं ने सरकार से साफ-साफ हां या नहीं में इस बारे में जवाब देने को कहा कि वह कानूनों को निरस्त करेगी या नहीं।

पंजाब किसान यूनियन के नेता रुलधू सिंह ने कहा, किसान यूनियन के नेता मौन व्रत पर बैठे रहे। ऑल इंडिया किसान संघर्ष को-आर्डिनेशन कमेटी (एआईकेएससीसी) की कविता करुगंती ने कहा कि सरकार किसान नेताओं के सीधे-सीधे सवालों का जवाब नहीं दे रही।

यह भी पढ़ें- किसान आंदोलन: आज की बातचीत बेनतीजा, छठे दौर की बैठक 9 दिसंबर को

पंजाब किसान यूनियन के कानूनी सलाहकार गुरलाभ सिंह महल ने कहा कि किसान नेता सरकार से 'हां या 'नहीं में जवाब चाहते थे। बैठक में मौजूद कुछ किसान नेता अपने होठों पर अंगुली रखे हुए और हां या नहीं लिखा कागज हाथ में लिए हुए दिखे। करुगंती ने कहा, ''प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्यों ने मौन रहने का फैसला किया है। सरकारी पक्ष हमसे बुलवाने की कोशिश कर रहा था। लेकिन हमारी तरफ से पूरी तरह मौन रहे।

सरकार ने शनिवार को प्रदर्शनकारी किसानों के प्रतिनिधियों के साथ नौ दिसंबर को एक और बैठक का प्रस्ताव दिया है। सूत्रों ने बताया कि सरकार ने नौ दिसंबर को एक और चरण की बैठक का प्रस्ताव दिया है क्योंकि वह चाहती है कि सरकार के भीतर अधिक विचार-विमर्श करके एक ठोस प्रस्ताव दिया जा सके।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें