ईवीएम विश्वसनीय, वीवीपैट तस्वीर नहीं लेता: मुख्य चुनाव आयुक्त
विपक्षी दलों द्वारा बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने की मांग के बीच मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने अहम बयान दिया है। रावत ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में उच्च...
विपक्षी दलों द्वारा बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने की मांग के बीच मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने अहम बयान दिया है। रावत ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में उच्च न्यायालय ने ईवीएम की फॉरेंसिक जांच कराई है। जांच में सभी शिकायतें गलत साबित हुई हैं।
यहां एक कार्यक्रम में रावत ने कहा कि इसी तरह मतदाता सूची से नाम काटे जाने की शिकायत भी असत्य पाई गई हैं। केवल उन मतदाताओं के नाम एक जगह से हटाए गए हैं, जिनके नाम मतदाता सूचियों में दो जगह थे। उन्होंने आगे बताया कि कुछ जगहों पर अल्पसंख्यकों के वोट काटने संबंधी शिकायत की जांच घर-घर जाकर कराई गई, तब पता चला कि इन परिवारों के मतदाताओं के नाम दो-दो जगह थे।
जाहिर है, एक जगह के नाम हटाए गए। वीवीपैट की पर्चियों के मिलान संबंधी प्रश्न का उत्तर देते हुए रावत ने कहा कि हर निवार्चन क्षेत्र के एक मतदान केंद्र के वीवीपैट की पर्चियों की अनिवार्यत: गिनती कर ईवीएम से मिलान करने का प्रावधान है। इसके अलावा यदि कोई उम्मीदवार शिकायत करता है तो उन मतदान केंद्रों की वीवीपैट पर्चियों का मिलान करने का आदेश संबंधित रिटर्निंग अधिकारी दे सकता है।
चुनाव आयोग चलाएगा जागरूकता अभियान
मुख्य चुनाव आयुक्त ओ पी रावत ने रविवार को उन अफवाहों से लोगों को सावधान रहने को कहा, जिसमें कहा जा रहा है कि किसी खास प्रत्याक्षी के पक्ष में मतदान करने पर वीवीपैट मतदाता की तस्वीर खींचती है। उन्होंने कहा कि यह कोरी अफवाह है।
रावत ने कहा, धन का इस्तेमाल करके वोट खरीदने की कोशिश कर रहे कुछ लोग इसे फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग इस धारणा को खारिज करने के लिए अभियान चलाएगा। उन्होंने कहा, कुछ लोग नकदी के बदले में मतदाताओं से अपने पक्ष में मतदान करने को कहते हैं। उनसे झूठ बोलते हैं कि अगर उनके मनमुताबिक वोट नहीं डाला तो वीवीपैट तस्वीर खींचती है, जिससे उसका खुलासा हो जाएगा। उन्होंने कहा, मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि वीवीपैट से मतदान केंद्र पर मतदाताओं की गोपनीयता भंग नहीं होती है।
क्या है वीवीपैट
वोटर वेरिफायेबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) ईवीएम से जोड़ी जाने वाली मशीन है, जिससे एक पर्ची निकलती है जिसमें उस पार्टी का चुनाव चिह्न दिखता है जिसके पक्ष में मतदाता ने मतदान किया होगा। यह पर्ची सात सेकेंड के लिए छोटे विंडो पर दिखती है और उसके बाद बक्से में गिर जाती है। मतदाता इसे अपने साथ घर नहीं ले जा सकता।
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