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चिंताजनक: आठ से 11 साल का हर छठा बच्चा नशे की लत का शिकार

पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में पढ़ने वाले आठ से 11 वर्ष के बच्चे भी नशे की गिरफ्त में हैं। प्रत्येक छह में से एक बच्चे को शराब, तंबाकू, सीरिंज से नशीला पदार्थ लेने की लत है। यह चौंकाने वाला...

 चिंताजनक: आठ से 11 साल का हर छठा बच्चा नशे की लत का शिकार
नई दिल्ली | बैशाली अदकThu, 27 Jun 2019 05:17 AM
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पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में पढ़ने वाले आठ से 11 वर्ष के बच्चे भी नशे की गिरफ्त में हैं। प्रत्येक छह में से एक बच्चे को शराब, तंबाकू, सीरिंज से नशीला पदार्थ लेने की लत है। यह चौंकाने वाला खुलासा पूर्वी निगम द्वारा कराए गए एक सर्वे में हुआ है।

सीमापुरी, त्रिलोकपुरी, नंद नगरी, जाफराबाद, कल्याणपुरी और कोंडली जैसे क्षेत्रों में हुए अपनी तरह के इस पहले सर्वे को 80 बाल मनोवैज्ञानिकों सह परामर्शदाताओं द्वारा किया गया। सर्वे से यह बात भी सामने आई है कि कैसे नशे के सौदागर खुलेआम नियमों का उल्लंघन करते हुए बच्चों को नशे का आदी बना रहे हैं। जुलाई 2018 से इस वर्ष मार्च माह के बीच हुए इस सर्वे को अब वार्षिक आधार पर किया जाएगा।

रिपोर्ट में पाया गया कि 368 स्कूलों के 75037 छात्रों में से 12627 करीब 16.8 फीसदी बच्चे नशीले पदार्थों का प्रयोग करते मिले। इसमें से 8,182 छात्र सुपारी के साथ अफीम मिलाकर सेवन करते पाए गए। वहीं, 2,613 छात्र तंबाकू का सेवन करते मिले। 1,410 छात्र बीडी और सिगरेट पीते पाए गए। इसके अलावा 231 शराब का सेवन करते तो 191 फ्लूड, पेट्रोल और सुलोचन (एक औद्योगिक गोंद) और सीरिंज से नशा लेने के आदी मिले।

सर्वे टीम का नेतृत्व करने वाले पूर्वी निगम के डिप्टी हेल्थ ऑफिसर डॉ. अजय लेखी ने कहा कि सर्वे के दौरान हमनें कई चिंताजनक चीजें देखीं। इसमें काफी मात्रा में खून से सनी सुइयां, एंटीएलर्जिक दवा एविल की शीशियां और गोलियां, मेफेनटाइन दवा की बच्चों के बैग और स्कूल परिसर में उपस्थिति चौंकाने वाली थी।

उन्होंने कहा कि एविल और मेफेनटाइन जैसी दवाएं बिना चिकित्सकीय परामर्श एवं अनुमति के नहीं बेची जा सकती हैं। लेकिन, बेईमान केमिस्ट अपने लालच में 5 से 25 रुपये में इसे बच्चों को बेच देते हैं जो इन्हें नशे के लिए इस्तेमाल करते हैं। इससे बच्चे नशे के आदी बन रहे हैं। उन्होंने बताया कि ईवीजीसी (इमोशनल वोकेशनल गाइडेंस काउंसलर्स) अब बच्चों की नशामुक्ति की दिशा में काम करेंगे।.

बच्चे हैं पूर्वी निगम के प्राइमरी स्कूलों में नर्सरी से कक्षा 5 में.

विद्यार्थियों पर सर्वे किया गया कक्षा 3 से 5 के.

191 सूंघ कर या सीरिंज से नशा लेते पाए गए.

231 शराब का सेवन करते मिले.

1,410 बीड़ी सिगरेट पीते पाए गए.

2,613 तंबाकू सेवन करते मिले.

8,182 सुपारी के साथ अफीम आदि मिलाकर खाते पाए गए.

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