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चुनाव सर्वेक्षण : बेहतर संगठन और क्षेत्रीय नेताओं पर जीत का दारोमदार

पांच राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के चुनावी नतीजे अगले साल लोकसभा चुनाव के लिहाज से बेहद अहम हैं, खासकर सबकी निगाहें राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पर टिकी हुई हैं,...

चुनाव सर्वेक्षण : बेहतर संगठन और क्षेत्रीय नेताओं पर जीत का दारोमदार
नई दिल्ली | रोशन किशोरWed, 14 Nov 2018 06:52 AM
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पांच राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के चुनावी नतीजे अगले साल लोकसभा चुनाव के लिहाज से बेहद अहम हैं, खासकर सबकी निगाहें राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पर टिकी हुई हैं, जहां बेहतर संगठन और प्रभावशाली क्षेत्रीय नेताओं की भूमिका जीत-हार तय कर सकती है।

इन राज्यों में भाजपा और कांग्रेस पार्टी के बीच मुकाबला है, जिसे त्रिकोणीय बनाने की कोशिश भी छोटे दल कर रहे हैं। दिल्ली स्थित शोध एजेंसी सीएसडीएस लोकनीति ने इन तीन राज्यों में चुनाव पूर्व सर्वे कराया है। इसके मुताबिक राजस्थान में ग्रामीण मतदाता और किसानों के बीच कांग्रेस भाजपा से भारी पड़ रही है। वहीं भाजपा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी ज्यादा मजबूत दिख रही है। राजस्थान में कांग्रेस भाजपा से चार फीसदी मतों से आगे जाती हुई दिखाई दे रही है। 

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सीएसडीएस के सर्वे पर भरोसा करें तो ग्रामीण मतदाताओं की नाराजगी राजस्थान की तुलना में मध्य प्रदेश से कम दिखाई देती है। जबकि मध्य प्रदेश में किसानों के बड़े पैमाने पर धरना प्रदर्शन और आंदोलन हुए थे। सर्वे के अनुसार, मध्य प्रदेश की बात करें तो 37 फीसदी उत्तर देने वाले शिवराज सिंह चौहान को एक बार फिर मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं। यह कांग्रेस के तीन नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को मिलने वाला समर्थन के बराबर है। वहीं छत्तीसगढ़ में 40 फीसदी उत्तर देने वाले रमन सिंह को एक बार फिर मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं। पसंद के लिहाज से रमन अपने प्रतिद्वंद्वी नेताओं से काफी आगे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को 20 फीसदी लोग सीएम के तौर पर देखना चाहते हैं।

राजस्थान में कांग्रेस के लिए बेहतर उम्मीदें 

कांग्रेस की बात करें तो वह राजस्थान में अच्छा कर रही है। राज्य के 40 फीसदी लोग कांग्रेस के सचिन पायलट या फिर अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं। वहीं वर्तमान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया को 32 फीसदी लोग ही सीएम के तौर पर देखना चाहते हैं। यह देखा गया है कि लोकप्रिय नेताओं से पार्टी की इमेज लोगों में ज्यादा चमकदार बनती है। इससे पहले पंजाब, कर्नाटक और गुजरात में हुए चुनाव के दौरान ये बातें साबित हो चुकी हैं।

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नजदीकी मुकाबले में कांग्रेस बेहतर रही 

तीन राज्यों में हुए चुनाव में कांग्रेस ने उन सभी सीटों अच्छा प्रदर्शन किया जहां काफी नजदीक का मुकाबला था। जहां जीत का अंतर अधिकतम 5 फीसदी से कम था वहां कांग्रेस ने आधी से ज्यादा सीटें जीत ली थीं। हालांकि जहां जीत का अंतर 5 फीसदी से ज्यादा था वहां परिणाम इससे भी अलग रहे। इसका असर पार्टी को मिली कुल सीटों पर भी सीधे तौर पर पड़ा। 

ये बातें अहम 

- राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में दोनों दलों के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों की छवि और लोकप्रियता बेहद अहम साबित हो सकती है। 

- भाजपा सांगठनिक मजबूती के जरिये इन राज्यों में सत्ता विरोधी भावनाओं पर काबू पाने का प्रयास कर रही है। 

- मजबूत जनाधार वाले प्रभावशाली क्षेत्रीय नेताओं को उभारने या उन्हें पार्टी में बनाए रखने में नाकामी से कांग्रेस की जद्दोजहद बढ़ी 

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