EVM मामलाः EC ने कहा- 3 जून से पार्टियों को देंगे ईवीएम हैक करने का मौका
चुनाव आयोग ने कुछ राजनीतिको दलों की ओर से ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों पर शनिवार को लाइव डेमो दिया। आयोग ने इस डेमो के आधार पर सभी को बताया कि ईवीएम और वीवीपैट मशीन से कैसे वोटिंग की जाती है। आयोग...
चुनाव आयोग ने कुछ राजनीतिको दलों की ओर से ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों पर शनिवार को लाइव डेमो दिया। आयोग ने इस डेमो के आधार पर सभी को बताया कि ईवीएम और वीवीपैट मशीन से कैसे वोटिंग की जाती है। आयोग ने दावा किया कि ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता है। इतना ही नहीं आयोग आज ईवीएम में टेंपरिंग के आरोप लगाने वाली पार्टियोॆ को हैक करने की भी चुनौती भी दे सकती है। इसकी तारीख की घोषणा भी आयोग आज कर सकता है।
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) नसीम जैदी ने कहा कि ईवीएम पर संदेह जताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पांच राज्यों के चुनावों के बाद हमें कुछ सुझाव और शिकायतें मिली हैं। उन्होंने कहा कि हमें इन लोगों से कुछ ठोस सबूत नहीं मिले हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वीवीपैट लगाने से चुनावों में पारदर्शिता आएगी। इससे यह मतदाता को यह पता चल जाएगा कि उसका वोट किस प्रत्याशी को गया है। उन्होंने कहा कि ईवीएम के साथ वीवीपैट मशीन लगाने से मतदाता का विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि 3 जून से सभी राजनैतिक पार्टियों को ईवीएम हैक करने का मौका देंगे।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि जो लोग ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने अपने दावे के समर्थन में अब तक कोई सबूत या विश्वसनीय साक्ष्य पेश नहीं किया है। निर्वाचन आयोग ने कहा कि ईवीएम में कोई छेड़छाड़ संभव नहीं है। चुनाव प्रक्रिया में सुधार करना सभी पक्षकारों की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि ईवीएम के आंतरिक सर्किट को बदलना संभव नहीं है। हमारी ईवीएम में मजबूत तकनीकी विशेषताएं हैं और इससे छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है।
Delhi: Election Commission gave a demonstration of polling process, with EVM and Voter-verifiable paper audit trail (VVPAT) pic.twitter.com/k5wpgq1eEq
— ANI (@ANI_news) May 20, 2017
जून के पहले सप्ताह में मिलेगी चुनौती
आयोग की ओर से शुक्रवार को जारी आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने गत 12 मई को इस मुद्दे पर आहूत सर्वदलीय बैठक के बाद ईवीएम में गड़बड़ी किये जा सकने के तमाम राजनीतिक दलों के दावे को सही साबित करने का मौका देने की घोषणा की थी। आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राजनीतिक दलों को 29 मई के बाद जून के पहले सप्ताह में कभी भी ईवीएम में गड़बड़ी करने की चुनौती दी जा सकती है।
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ईवीएम गड़बड़ी का दावा करने वालों को मिलेगा मौका
अधिकारी ने बताया कि आयोग द्वारा सभी सात राष्ट्रीय दल और 48 राज्य स्तरीय दलों को खुली चुनौती में हिस्सा लेने के लिये बुलाया जाएगा। इसके लिये आयोग चुनौती में शामिल होने के इच्छुक दल को हाल ही में सम्पन्न हुये पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के किसी भी मतदान केन्द्र की मशीन के साथ छेड़छाड़ करने का विकल्प चुनने के लिये एक सप्ताह का समय देगा। चुनौती स्वीकार करने वाले हर राजनीतिक दल को मशीन में गड़बड़ी करने का अपना दावा सही साबित करने के लिये अलग अलग मौका दिया जाएगा।
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वीवीपेट मशीन से चुनाव कराने की हो सकती है घोषणा
इस दौरान आयोग भविष्य में होने वाले सभी चुनाव वीवीपेट युक्त ईवीएम से कराने की भी आधिकारिक घोषणा करेगा। इससे पहले दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में वीवीपेट युक्त ईवीएम की कार्यप्रणाली का मीडिया के समक्ष सजीव प्रदर्शन किया जायेगा। अधिकारी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने आयोग को 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले वीवीपेट युक्त ईवीएम से मतदान कराने की तैयारी करने का आदेश दिया था। इसके पालन को सुनिश्चित करने के लिये आयोग ने लोकसभा चुनाव से पहले ही इस साल के अंत में होने वाले गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भी वीवीपेट युक्त ईवीएम से चुनाव कराने की तैयारी कर ली है।
उन्होंने बताया कि दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव कराने के लिये आयोग के पास लगभग 50 हजार वीवीपेट मशीनें पहले से मौजूद हैं। इस बीच आयोग ने मशीनों की खरीद प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी तेज कर दी है। जल्द ही इसके लिये निविदा जारी की जायेगी।
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क्या है VVPAT?
- यह वोटिंग के वक्त वोटर्स को फीडबैक देने का एक तरीका है। इसके तहत ईवीएम से प्रिंटर की तरह एक मशीन अटैच की जाती है।
- वोट डालने के 10 सेकंड बाद इसमें से एक पर्ची निकलती है, जिस पर सीरियल नंबर, नाम और उस कैंडिडेट का इलेक्शन सिम्बल होता है, जिसे आपने वोट डाला है।
- यह पर्ची मशीन से निकलने के बाद उसमें लगे एक बॉक्स में चली जाती है।