तमिलनाडु में छापों के बीच भाजपा के अकाउंटेंट से ED की पूछताछ, क्या बोली पार्टी
तमिलनाडु में खनन माफियाओं पर ईडी का ऐक्शन जारी है। इस बीच ईडी ने एक घर पर सर्च किया और भाजपा के दफ्तर में काम करने वाले एक कर्मचारी से भी पूछताछ की है। हालांकि पार्टी ने इस पर अलग ही बात कही है।

तमिलनाडु में पिछले कुछ दिनों में रेत माफियाओं पर ईडी ने छापेमारी की है। इस बीच मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने थ्यागराय नगर में स्थित दो घरों में छापेमारी की, जिसका मालिक एक रियल्टर बताया जाता है। सूत्रों के मुताबिक ईडी ने इस दौरान भाजपा दफ्तर में काम करने वाले एक अकाउंटेंट से भी पूछताछ की है। वह अकाउंटेंट रियल्टर के घर में किराये पर रहता है। एजेंसी ने घर पर सर्च की और रियल्टर से भी पूछताछ की है। खबरों के मुताबिक खनन माफियाओं ने बड़ी रकम रियल्टर को ट्रांसफर की थी और इसी की वजह से ईडी ने सर्च किया।
भाजपा सूत्रों ने इस खबर को लेकर कहा कि यह छापा अकाउंटेंट पर नहीं है बल्कि उस परिसर में हुआ, जिसका मालिकाना हक रियल्टर के पास है। उससे पूछताछ भी इसीलिए हुई है क्योंकि वह रियल्टर के घर पर किराये पर रहता है। आमतौर पर छापेमारी के बाद ईडी की ओर से बयान जारी किया जाता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है। सूत्रों के मुताबिक ईडी की टीम खनन माफिया से जुड़े कुछ दस्तावेजों की तलाश में जुटी थी। हालांकि अब तक एजेंसी ने यह नहीं बताया कि सर्च के दौरान उसे क्या मिला है।
इससे पहले 12 सितंबर को ईडी ने 34 ठिकानों पर छापेमारी की थी। तमिलनाडु के 6 जिलों में चलाए गए ऑपरेशन के दौरान ईडी ने खनन से जुड़े ठेकेदारों के. रतिनम, एस. रामचंद्रन और कारिकलन के ठिकानों पर सर्च की थी। एजेंसी की ओर से जल संसाधन विभाग के मुख्यालय पर भी सर्च की गई थी। इसके बाद ईडी ने बताया था कि उसने फर्जी विक्रय रसीद बरामद हुई हैं और फेक क्यूआर कोड भी मिले हैं। इसके अलावा बेनामी कंपनियों के माध्यम से लेनदेन की भी जानकारी मिली है।
