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भूकंप के झटके से हिली ओडिशा और उत्तराखंड की धरती, जानें कहां-कैसा रहा असर

भारत के दो राज्यों में शुक्रवार तड़के भूकंप के झटके महसूस किए गए। पहले ओडिशा के भूकंप आया उसके ठीक बाद उत्तराखंड में भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए। एक ओर जहां ओडिशा के मयूरभांज जिले में...

भूकंप के झटके से हिली ओडिशा और उत्तराखंड की धरती, जानें कहां-कैसा रहा असर
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीFri, 04 Dec 2020 06:55 AM
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भारत के दो राज्यों में शुक्रवार तड़के भूकंप के झटके महसूस किए गए। पहले ओडिशा के भूकंप आया उसके ठीक बाद उत्तराखंड में भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए। एक ओर जहां ओडिशा के मयूरभांज जिले में शुक्रवार तड़के भूकंप आया, वहीं उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में झटके महसूस किए गए। 

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ओडिशा के मयूरभांज जिले में शुक्रवार तड़के 2.13 मिनट पर यह भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.9 मापी गई। अभी तक यहां किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। 

वहीं, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में आज तड़के 3.10 मिनट पर भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 2.6 मापी गई। तीव्रता कम होने की वजह से अब तक किसी नुकसान की खबर नहीं है। 

भूकंप को नापने का पैमाना क्या है?
भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से होती है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है।

भूकंप आने पर क्या करें और क्या न करें:
भूकंप आने से पहले इसकी जानकारी होने की संभावना नहीं होती है। ऐसे समय यह समझना मुश्किल होता है कि क्या करना उचित होगा। आज सुबह दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की खबर लगते ही लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल हो गया। ऐसे में आप कुछ उपाय अपनाकर खुद और अपने परिजनों को इस आपदा से बचा सकते हैं। ऐसे में मकान, दफ्तर या किसी भी इमारत में अगर आप मौजूद हैं तो वहां से बाहर निकलकर खुले में आ जाएं। इसके बाद खुले मैदान की ओर भागें। भूकंप के दौरान खुले मैदान से ज्यादा सुरक्षित जगह कोई नहीं होती। भूकंप आने की स्थिति में किसी बिल्डिंग के आसपास न खड़े हों। अगर आप ऐसी बिल्डिंग में हैं, जहां लिफ्ट हो तो लिफ्ट का इस्तेमाल बिल्कुल न करें। ऐसी स्थिति में सीढ़ियों का इस्तेमाल करना ही उचित होता है।

भूकंप के दौरान घर के दरवाजे और खिड़की को खुला रखें। इसके अलावा घर की सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें। अगर बिल्डिंग बहुत ऊंची हो और तुरंत उतर पाना मुमकिन न हो तो बिल्डिंग में मौजूद किसी मेज, ऊंची चौकी या बेड के नीचे छिप जाएं। भूकंप के दौरान लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो पैनिक न करें और किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं, ऐसे में स्थिति और बुरी हो सकती है।

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