भारत ने स्वदेश में विकसित मानवरहित स्क्रैमजेट प्रदर्शन विमान का पहला सफल परीक्षण किया
भारत ने ओडिशा तट के निकट एक बेस से हाइपरसोनिक गति से उड़ान के लिए देश में विकसित मानवरहित स्क्रैमजेट प्रदर्शन विमान का बुधवार को पहला सफल परीक्षण किया। रक्षा सूत्रों ने बताया कि यह विमान हाइपरसोनिक...
भारत ने ओडिशा तट के निकट एक बेस से हाइपरसोनिक गति से उड़ान के लिए देश में विकसित मानवरहित स्क्रैमजेट प्रदर्शन विमान का बुधवार को पहला सफल परीक्षण किया। रक्षा सूत्रों ने बताया कि यह विमान हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली विकसित करने संबंधी देश के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम का अहम हिस्सा है। डीआरडीओ के सूत्रों ने बताया कि यह परीक्षण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने बंगाल की खाड़ी में डॉ. अब्दुल कलाम द्वीप से करीब 11 बजकर 25 मिनट पर किया। डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिक और रक्षा सचिव की उपस्थिति में परीक्षण किया गया।
प्रदर्शक उड़ान विमान की अवधारणा
सूत्रों ने बताया कि डीआरडीओ के एचएसटीडीवी (हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी प्रदर्शक वाहन) कार्यक्रम के तहत करीब 20 सेकंड की कम अवधि के लिए स्क्रैमजेट प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन करने के मकसद से एक प्रदर्शक उड़ान विमान की अवधारणा की गई है। इस अवधारणा के साकार होते ही भारत उन चुनिंदा देशों के क्लब में शामिल हो जाएगा, जिनके पास इस प्रकार की तकनीक है।
स्क्रैमजेट से ये फायदे
- हाइपरसोनिक और लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलों के लिए यान के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा।
- यह एक दोहरे उपयोग की प्रौद्योगिकी है। कई असैन्य कार्यों में भी इसका प्रयोग किया जाएगा।
- इसका इस्तेमाल कम लागत में उपग्रहों के प्रक्षेपण में भी किया जा सकता है।
- इससे कई नागरिक उद्देश्यों की भी पूर्ति हो सकेगी।