केंद्र सरकार ने एक बार फिर कोरोना रोधी टीकाकरण को लेकर लोगों की आशंकाओं को दूर करने का प्रयास किया है। टीके के प्रभाव, दुष्प्रभाव, सावधानियों और इसके अन्य गुण-दोषों से संबंधित सवालों और चिंताओं के समाधान लिए सिलसिलेवार जवाब दिए हैं। कुछ प्रमुख सवाल-जवाब इस प्रकार हैं-
टीकाकरण से महिलाओं की प्रजनन क्षमता कैसा प्रभाव पड़ता है?
टीकाकरण से महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर विपरीत असर पड़ने की अफवाहें पूरी तरह बेबुनियाद हैं। वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है और इससे प्रजनन क्षमता को नुकसान नहीं पहुंचता।
भारत में किन टीकों को लगवाने की अनुमति है?
देश में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के टीके कोविशील्ड और भारत बायोटेक लिमिटेड के टीके कोवैक्सिन को मंजूरी दी गई है।
टीक लगवाने के बाद मदिरापान से असर घट जाता है?
इस बात के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि शराब पीने से कोरोना टीके का असर कम होता है।
टीकाकरण बाद की सावधानियां क्या-क्या हैं?
दोनों टीके पूरी तरह सुरक्षित हैं। टीकाकरण बाद किसी भी तरह की समस्या आने पर लाभार्थियों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
टीकाकरण से पहले और बाद में कब तक नहीं खाएं दवा?
इस तरह की सावधानी बरतने का निर्देश नहीं है। टीकाकरण से पहले और बाद में व्यक्ति अन्य दवाओं का सेवन जारी रख सकता है, लेकिन टीका लगवाते समय इसकी जानकारी स्वास्थ्यकर्मियों को देनी चाहिए।
प्री क्लिनिकल और प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय चारण का परीक्षण क्या है?
प्री क्लिनिकल परीक्षण केवल प्रयोगशाला तक सीमित है जिसमें कुछ जीवों पर प्रयोग किया जाता है। प्रथम चरण में कुछ इंसानों, दूसरे चरण में कुछ सौ व्यक्तियों और तीसरे चरण में हजारों व्यक्तियों पर परीक्षण किया जाता है।
बच्चों का टीकाकरण क्यों नहीं?
कोरोना वायरस 50 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक है। बच्चों पर संक्रमण के लक्षण नहीं दिखते या फिर बहुत मामूली असर होता है, इसलिए बच्चों के टीकाकरण की सलाह नहीं दी जाती है।
कोविशील्ड और कोवैक्सिन में से बेहतर कौन है?
दोनों के बीच गुण-दोष के आधार पर तुलना नहीं की गई, लेकिन दोनों ही टीके सुरक्षित, असरदार और कारगर हैं।
क्या हम दोनों में से कोई भी वैक्सीन लगवा सकते हैं?
नहीं, अभी लोगों को चुनाव का विकल्प नहीं दिया गया है। टीके की आपूर्ति देश के विभिन्न भागों में उपलब्धता के आधार पर की जा रही है, इसलिए क्षेत्रवार निर्धारित टीके को ही लोगों को लगाया जा रहा है।
टीकाकरण कितने समय तक प्रभावी है, क्या कोरोना के अन्य रूपों से बचाएगा?
टीका कितने दिन तक संक्रमण से बचाएगा इसे अभी निर्धारित नहीं किया जा सका है, इसलिए बार-बार हाथ धोने, मास्क लगाने और सामाजिक दूरी के नियम का पालना करना जरूरी है। कोरोना के नए रूप से भी टीके काफी हद तक सुरक्षा प्रदान करते हैं।
हाइपरटेंशन, शुगर, किडनी और हृदय के रोगी टीका लगवाएं या नहीं?
एक से अधिक बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए भी टीका सुरक्षित है, लेकिन किसी तरह की चिंता है तो चिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं।
कोरोना से ठीक हो चुके लोग टीका लगवाएं या नहीं?
अभी यह प्रमाणित नहीं हो पाया है कि कोरोना से ठीक हो चुके लोगों में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है। इसलिए कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को भी टीका लगवाने की सलाह दी जाती है।
कुछ दवाओं से एलर्जी पर टीका लगवाएं या नहीं?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ दवाओं और भोज्य पदार्थों से एलर्जी रखने वालों को टीकाकरण नहीं कराने की सलाह दी है।