रोज़े में अगर करते हैं ये गलतियां तो इबादत का नहीं कोई फायदा!
रमज़ान का महीना साल का सबसे पाक़ महीना माना जाता है। इस पूरे महीने इस्लाम धर्म से ताल्लुक रखने वाले लोग अपनी गलतियों, अपने गुनाहों की अल्लाह से माफी मांगते हैं। माना जाता है कि रमज़ान के महीने में...
रमज़ान का महीना साल का सबसे पाक़ महीना माना जाता है। इस पूरे महीने इस्लाम धर्म से ताल्लुक रखने वाले लोग अपनी गलतियों, अपने गुनाहों की अल्लाह से माफी मांगते हैं। माना जाता है कि रमज़ान के महीने में अल्लाह, लोगों की दुआएं जल्दी सुनता है। इस महीने जो लोग रोज़े रखते हैं वो पूरे दिन भूखे रहते हैं और इबादत करते हैं, लेकिन रोज़ा रखने के दौरान लोग कई बार ऐसी गलतियां कर जाते हैं जिनके बारे में उन्हें खुद भी इल्म नहीं होता। हम आपको बतातें हैं उन गलतियों के बारे में जो रमज़ान के महीने में बिल्कुल नहीं करनी चाहिए।
झूठ बोलना : झूठ बोलना तो वैसे भी गलत बात होती है, लेकिन अगर आप रोज़ा रखने के दौरान झूठ बोल रहे हैं तो आज ही ऐसा करने से तौबा मांग लें। रोज़दार को भूलकर भी झूठ नहीं बोलना चाहिए।
किसी हर हाथ उठाना : मारना, पीटना, या किसी पर हाथ उठाना हमेशा ही गलत होता है। लेकिन रोज़ा रखने के दौरान ऐसा बिल्कुल ना करें। अगर आपने रोज़ा रखा है तो किसी पर मज़ाक में भी हाथ ना उठाएं।
शारीरीक संबंध बनाना : रमजान के पाक़ महीने में शारीरिक संबंध बनाने से थोड़ा दूर रहना चाहिए। इतना ही नहीं रमज़ान में ना तो आपको गंदी फिल्में देखनी चाहिए ना ही गंदे काम करने चाहिए।
गाली देना या किसी की बुराई करना : जिन लोगों को गाली देकर बात करने की की आदत होती है, अगर वो रोज़ा रखकर भी गाली दे रहे हैं तो ऐसा करना बिल्कुल बंद करदें। रोज़े में ना ही गाली देनी चाहिए और ना ही किसी की बुराई, चुगली करनी चाहिए।
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शराब या स्मोकिंग करना : स्मोकिंग करना या शराब पीना आपकी सेहत के लिए हमेशा ख़राब होता है। लेकिन लोग फिर भी शराब का सेवन करते हैं और स्मोकिंग भी करते हैं। अगर आप रोज़दार हैं तो इस एक महीने के लिए आपको ये दोनों चीज़ें त्यागनी होंगी। रमजान के दौरान धूम्रपान और शराब पीने की सख्ती से मनाही है। रमजान के महीने में शराब और सिगरेट पीने वाले शख्स को रोजा का फल प्राप्त नहीं होता।
बुरी नजर ना रखें : कुरान में दूसरों की बुराई करने और महिलाओं पर बुरी नजर रखने को गुनाह माना गया है। ऐसे में रमजान के महीने में दूसरों की बुराई करने और बुरी नजर रखने वाले व्यक्ति को दोज़क नसीब होता है।