ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देश'उद्धव जी ने मेरा फोन नहीं उठाया': इस्तीफा देने के बाद फडणवीस ने शिवसेना पर क्या-क्या हमला बोला

'उद्धव जी ने मेरा फोन नहीं उठाया': इस्तीफा देने के बाद फडणवीस ने शिवसेना पर क्या-क्या हमला बोला

महाराष्ट्र में जारी सियासी घमाशान अभी तक समाप्त नहीं हुआ है। इसी बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा  सौप दिया है। इस्तीफा देने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने...

'उद्धव जी ने मेरा फोन नहीं उठाया': इस्तीफा देने के बाद फडणवीस ने शिवसेना पर क्या-क्या हमला बोला
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीFri, 08 Nov 2019 06:02 PM
ऐप पर पढ़ें

महाराष्ट्र में जारी सियासी घमाशान अभी तक समाप्त नहीं हुआ है। इसी बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा  सौप दिया है। इस्तीफा देने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया हैऔर उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है। इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करते हुए अपने सरकार की कई उपलब्धियों का जिक्र भी किया और शिवसेना के 50-50 के दावे का भी जवाब दिया है। आइए जान लेते हैं कि इस्तीफे के बाद देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा।

- पिछले 5 साल में इन्फ्रास्ट्रक्चर, रेलवे, एयरपोर्ट, मेट्रो आदि पर काफी काम किया

- लोगों ने हमारे काम की वजह से हम पर भरोसा किया और दोबारा सेवा करने का मौका दिया। इस बार हमारी सीटें थोड़ी कम रह गईं।

- शिवसेना और बीजेपी के बीच सीएम पद को लेकर 50-50 पर मेरे सामने कभी कोई निर्णय नही हुआ।

- मैंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, नितिन गडकरी से भी इस बारे में पूछा, लेकिन उन्होंने भी सीएम के लिए 50-50 फॉर्म्युले पर किसी भी तरह के फैसले से इनकार किया।

- दुर्भाग्य से, जिस दिन परिणाम आए, उद्धव जी ने कहा कि सरकार गठन के लिए सभी विकल्प खुले हैं, जो कि हमारे लिए चौकाने वाला था क्योंकि लोगों ने गठबंधन के लिए जनादेश दिया था। 

- ऐसी परिस्थितियों में यह हमारे लिए एक बड़ा सवाल था कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा कि उनके लिए सभी विकल्प खुले हैं। 

- मैं फिर से यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह 5-50 का दावा कभी भी तय नहीं किया गया था। इस मुद्दे पर कभी भी फैसला नहीं हुआ। 

- हमारे नेता पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणियों से हम आहत हैं।

- उद्धव जी ने मेरा फोन नहीं उठाया, हमने बातचीत बंद नहीं की। उन्होंने हमसे बात करने बंद कर दिया। 

- ये संभव है कि वो परेशान थे और हमारे साथ चीजों पर चर्चा करने के लिए कुछ समय चाहते थे। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक ही समय में सेना कांग्रेस से बात कर रहे थे, अक्सर दिन में दो या तीन बार ।

- उद्धव जी ठाकरे के साथ मेरे बहुत करीबी संबंध हैं और यह जारी रहेगा, मैंने उन्हें कई बार फोन किया लेकिन उन्होंने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें