अप्रैल तक पूरा होगा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे : गडकरी
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि नए साल में सरकार का ध्यान विश्वस्तरीय एक्सप्रेस-वे बनाने पर होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे पर मेरठ तक काम अप्रैल तक पूरा कर...
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि नए साल में सरकार का ध्यान विश्वस्तरीय एक्सप्रेस-वे बनाने पर होगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली- मेरठ एक्सप्रेस-वे पर मेरठ तक काम अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे के नौ किलोमीटर के पहले चरण का काम पूरा कर लिया गया है।
गडकरी ने कहा कि सरकार पूर्वी बाहरी एक्सप्रेस-वे के तौर पर देश को पहला एक्सप्रेस-वे सौंप चुकी है। इसका निर्माण रिकॉर्ड 500 दिन में किया गया। गडकरी ने कहा कि बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण का काम पूरा कर लिया गया है, जबकि 44,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले वड़ोदरा- मुंबई हिस्से के लिए ठेके आवंटित कर दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि इस साल बातचीत और अन्य कोशिशों से अधिकांश रुकी हुई परियोजनाओं को आगे बढ़ाने में मदद मिली और बैंकों की तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) में परिवर्तित होने से बचाई गई। गडकरी ने कहा, ‘सरकार के प्रयासों से 99 प्रतिशत अटकी पड़ी परियोजनाओं को पटरी पर लाने में सफलता मिली। समस्याओं और मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत और लगातार बैठकों से यह संभव हो सका। इस मामले में कंपनियों को काली सूची में डालने और उन्हें दोषी ठहराने के बजाय मंत्रालय ने समस्याओं को दूर करने पर ध्यान दिया।’
उन्होंने कहा कि ‘कर्ज नहीं लौटानेवालों’ और गलत काम करने वालों को बेशक दोषी ठहराया जाना चाहिए लेकिन जिन कंपनियों का पिछला रिकॉर्ड अच्छा रहा है, उनके मामले में कोई कदम उठाते समय सावधानी बरती जानी चाहिए। साल 2018 में सरकार का यही प्रयास रहा है।’
उल्लेखनीय है कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने 2017 के आखिर में लार्सन एंड टूब्रो, एचसीसी और एस्सेल इंफ्रा जैसी बड़ी कंपनियों को अटकी हुई परियोजनाओं के लिए बोली लगाने से प्रतिबंधित कर दिया था। हालांकि, इसके तुरंत बाद गडकरी ने काली सूची संबंधी आदेश पर अस्थायी रोक लगाते हुए 2018 की पहली छमाही में बैंकरों, कंपनियों और अन्य पक्षों के साथ मैराथन बैठकें की।
पीएम ने अंडमान-निकोबार को दी योजनाओं की सौगात, बदले तीन द्वीपों के नाम
जयललिता की मौत में सचिव पर साजिश का आरोप, नहीं दिया सही इलाज