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दिल्ली ने भाजपा के सांप्रदायिक एजेंडे को हराया : कांग्रेस

दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक बार फिर अपना खाता खोलने में नाकाम रही। पार्टी ने चुनाव परिणाम को स्वीकार करते हुए जीत के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मुबारकबाद दी है। पार्टी का कहना है कि...

दिल्ली ने भाजपा के सांप्रदायिक एजेंडे को हराया : कांग्रेस
विशेष संवाददाता,नई दिल्लीTue, 11 Feb 2020 11:29 PM
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दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक बार फिर अपना खाता खोलने में नाकाम रही। पार्टी ने चुनाव परिणाम को स्वीकार करते हुए जीत के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मुबारकबाद दी है। पार्टी का कहना है कि वह हार से निराश नहीं है, इस हार से सबक लेते हुए पार्टी मेहनत करेगी और दो साल बाद होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव में वापसी करेगी। कांग्रेस ने दावा किया कि दिल्ली की जनता ने भाजपा के विभाजनकारी और सांप्रदायिक एजेंडे को पराजित कर दिया है। 


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि पार्टी नए सिरे से संगठन बनाएगी और पूरी ताकत के साथ वापसी करेगी। उन्होंने भाजपा और आम आदमी पार्टी पर सांप्रदायिक धुव्रीकरण का भी आरोप लगाया। विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए दिल्ली प्रभारी पीसी चाको, प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा, प्रचार समिति के अध्यक्ष कीर्ति आजाद और मीडिया प्रभारी सुरजेवाला ने कहा कि चुनाव में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पूरी मेहनत की, पर हम लोगों तक अपनी बात पहुंचाने में नाकाम रहे। इसलिए, यह नतीजा आया है।


पीसी चाको ने कहा कि पार्टी हार से सबक लेगी और संगठन को मजबूत करेगी। दिल्ली की हार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की हार करार देते हुए कहा कि दिल्ली की जनता ने धुव्रीकरण की राजनीति को नकार दिया है। 


यह सवाल किए जाने पर कि क्या प्रदेश प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष और प्रचार अध्यक्ष हार की जिम्मेदारी लेगे, इसके जवाब में कीर्ति आजाद ने कहा कि वह प्रचार समिति के अध्यक्ष थे। प्रचार खत्म हो गया है, इसलिए उन्हें अपना इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है। इसके बावजूद वह जल्द त्यागपत्र दे देंगे। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह विषय प्रेस कांफ्रेस में तय नहीं किए जाते हैं। इन सभी विषयों पर पार्टी के अंदर चर्चा होगी और उसके बाद कोई निर्णय किया जाएगा।

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