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terror funding case: तिहाड़ जेल में ईडी के सवालों का सामना करेंगे आतंकवाद वित्तपोषण के आरोपी

दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को ईडी को आतंकवादी हाफिज सईद के फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (पीआईएफ)की कथित अगुवाई वाले आतंकवाद वित्तपोषण मोड्यूल के मामले में गिरफ्तार किये गये दो आरोपियों से तिहाड़ जेल में...

terror funding case: तिहाड़ जेल में ईडी के सवालों का सामना करेंगे आतंकवाद वित्तपोषण के आरोपी
एजेंसी,नई दिल्लीTue, 09 Apr 2019 07:08 AM
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दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को ईडी को आतंकवादी हाफिज सईद के फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (पीआईएफ)की कथित अगुवाई वाले आतंकवाद वित्तपोषण मोड्यूल के मामले में गिरफ्तार किये गये दो आरोपियों से तिहाड़ जेल में पूछताछ करने की इजाजत दे दी। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश राकेश सयाल ने जांच एजेंसी को आरोपी मोहम्मद सलमान और मोहम्मद सलीम से तिहाड़ जेल में पूछताछ करने और धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनका बयान दर्ज करने की अनुमति दी।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इन दोनों को आतंकवाद के वित्तपोषण मामले में 26 सितंबर,2018 को गिरफ्तार किया था। दोनों न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में हैं। अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को 15-25 अप्रैल के दौरान किन्हीं दो दिन पूछताछ करने का निर्देश दिया। ईडी के विशेष सरकारी वकील नीतेश राणा ने इस आधार पर सलमान और सलीम से हिरासत में पूछताछ की मांग की थी कि जिन प्रावधान के तहत एनआईए ने उनके विरूद्ध आरोप पत्र दायर किया है वे पीएमएलए के तहत दायरे में हैं। 

एनआईए ने सलमान, सलीम और छह अन्य के खिलाफ भादसं की धाराओं 120 बी (आपराधिक साजिश), 121 (भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ना) तथा गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम की धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया था। ईडी की अर्जी में कहा गया है कि एनआईए के आरोप पत्र के अनुसार आरोपियों ने दिल्ली में और हरियाणा के आसपास विध्वंसक एवं अलगाववादी गतिविधियां चलाने के लिए हिंसा फैलाने की कथित रूप से साजिश रची थी। 

अर्जी में कहा गया है, ''इन उद्देश्यों को हासिल करने के लिए उन्होंने ऐसे कार्यकर्ताओं का नेटवर्क बनाया था जिन्हें मस्जिद बनाने और परमार्थ संगठन खड़ा करने के नाम पर हवाला कारोबारियों के मार्फत पाकिस्तानी एजेंसियों से पैसे मिलते थे। यह खुलासा हुआ है कि आरोपियों को अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए हवाला के मार्फत पैसे मिले।

एनआईए की जांच में सामने आया था कि नयी दिल्ली के निजामुद्दीन में रहने वाला मोहम्मद सलमान दुबई में एक पाकिस्तानी नागरिक के नियमित संपर्क में था। यह पाकिस्तानी नागरिक प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े पीआईएफ के उपप्रमुख के संपर्क में था।

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