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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले- प्रधानमंत्री 15 अगस्त को आत्मनिर्भर भारत की रूपरेखा करेंगे प्रस्तुत

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर भारत की रूपरेख प्रस्तुत करेंगे। रक्षा मंत्री ने कहा कि बड़ी हथियार प्रणालियों का निर्माण अब भारत में होगा। उन्होंने कहा कि...

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले- प्रधानमंत्री 15 अगस्त को आत्मनिर्भर भारत की रूपरेखा करेंगे प्रस्तुत
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSun, 09 Aug 2020 05:48 PM
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर भारत की रूपरेख प्रस्तुत करेंगे। रक्षा मंत्री ने कहा कि बड़ी हथियार प्रणालियों का निर्माण अब भारत में होगा। उन्होंने कहा कि रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए बड़े एवं कड़े निर्णय लिए जा रहे हैं। बता दें कि आज ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 101 हथियारों और सैन्य उपकरणों के आयात पर 2024 तक के लिए रोक लगाने के ऐलान किया।

इन उपकरणों में हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, मालवाहक विमान, पारंपरिक पनडुब्बियां और क्रूज मिसाइल शामिल हैं। सिंह ने ट्विटर पर इसकी घोषणा करते हुए अनुमान लगाया कि इन निर्णय से अगले पांच से सात साल में घरेलू रक्षा उद्योग को करीब चार लाख करोड़ रुपये के ठेके मिलेंगे। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत आह्वान को आगे बढ़ाते हुए घरेलू रक्षा विनिर्माण को तेज करने के लिये अब बड़े कदम उठाने को तैयार है।

अधिकारियों के अनुसार, 101 वस्तुओं की सूची में टोएड आर्टिलरी बंदूकें, कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, क्रूज मिसाइलें, अपतटीय गश्ती जहाज, इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, अगली पीढ़ी के मिसाइल पोत, फ्लोटिंग डॉक, पनडुब्बी रोधी रॉकेट लांचर और कम दूरी के समुद्री टोही विमान शामिल हैं।

सूची में बुनियादी प्रशिक्षण विमान, हल्के रॉकेट लांचर, मल्टी बैरल रॉकेट लांचर, मिसाइल डेस्ट्रॉयर, जहाजों के लिए सोनार प्रणाली, रॉकेट, दृश्यता की सीमा से परे हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें अस्त्र-एमके 1, हल्की मशीन गन व आर्टिलरी गोला-बारूद (155 एमएम) और जहाजों पर लगने वाली मध्यम श्रेणी की बंदूकें भी शामिल हैं।

सिंह की घोषणा रक्षा मंत्रालय की रक्षा खरीद नीति के मसौदे के एक सप्ताह के बाद सामने आई है। मसौदे में रक्षा मंत्रालय ने 2025 तक रक्षा विनिर्माण में 1.75 लाख करोड़ रुपए (25 अरब डॉलर) के कारोबार का अनुमान लगाया है।

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