मध्यप्रदेश: कमलनाथ के सिर सजेगा CM का ताज, जानें दिनभर की इनसाइड स्टोरी
छिंदवाड़ा से सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को वह अपने मंत्रियों के साथ शपथ ले सकते हैं। मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री पद की...
छिंदवाड़ा से सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को वह अपने मंत्रियों के साथ शपथ ले सकते हैं। मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर गुरुवार को दिनभर खींचतान चलती रही। नामों के ऐलान से पहले पार्टी की शीर्ष नेता सोनिया गांधी ने अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक की। सूत्रों के अनुसार, इसमें प्रियंका वाड्रा भी मौजूद रहीं। दिनभर चले घटनाक्रम में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया सुबह दिल्ली पहुंचे। दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर बैठक हुई। इसमें मध्य प्रदेश के पर्यवेक्षक एके एंटनी ने अपनी रिपोर्ट सौंपी। दोपहर में कमलनाथ और सिंधिया ने राहुल से मुलाकात की।
36 साल सांसद रहने के बाद अब CM बनेंगे कमलनाथ,जानें उनके बारे में सबकुछ
भोपाल लाइव
सुबह 10:00 बजे
भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं ने कमलनाथ के पोस्टर लगाने शुरू कर दिए। समझा जा रहा था कि उनका नाम मुख्यमंत्री पद के लिए तय है। पोस्टर में लिखा- कमलनाथ के नेतृत्व में जीत एवं मुख्यमंत्री बनने पर बधाई।
दोपहर 12:00 बजे
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह एक मॉल में परिवार के साथ पोते के लिए खरीदारी करते दिखे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जो भी फैसला करेंगे, वह सभी को मान्य होगा। उनके साथ उनके बेटे जयवर्धन और पूरा परिवार मौजूद था।
दोपहर 1:00 बजे
मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ने लगी। सभी की नजरें टीवी चैनलों और वॉट्सएप पर थी। यह भी चर्चा रही कि दिल्ली में सिंधिया के नाम पर भी विचार चल रहा है।
दोपहर 3:00 बजे
कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाने की तैयारियां शुरू कर दीं। इन चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया कि कमलनाथ का नाम मुख्यमंत्री पद पर लगभग तय है। परंतु कार्यकर्ताओं को दिल्ली से घोषणा का इंतजार था।
दोपहर 3:30 बजे
ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने के उद्देश्य के साथ हवन-पूजन किया। उनकी मांग थी कि प्रदेश की जनता सिंधिया को मुख्यमंत्री देखना चाहती है।
दोपहर 4:00 बजे
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के पास ज्योतिरादित्य सिंधिया के सैकड़ों समर्थकों ने अपने नेता की बड़ी फोटो वाला पोस्टर लगा दिया। उसमें चुनावों की जीत का श्रेय सिंधिया को देते हुए बधाई दी गई। तब तक सिंधिया दिल्ली में राहुल गांधी के घर पर बैठक में हिस्सा ले रहे थे।
शाम 4:45 बजे
कांग्रेस मुख्यालय के बाहर नारेबाजी शुरू हो गई। यहां कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों ने अपने-अपने नेता के समर्थन में नारेबाजी की।
शाम 5:00 बजे
भोपाल स्थित कमलनाथ के घर के बाहर समर्थकों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। वहां उनके स्वागत की तैयारियां की जा रही थी।
शाम 5:15 बजे
कमलनाथ के घर की सुरक्षा बढ़ाई गई। स्थानीय प्रशासन की टीमों ने सुरक्षा की जिम्मेदारी अलग-अलग आला अफसरों को सौंपी। भोपाल एवं छिंदवाड़ा स्थित उनके घर के बाहर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए।
शाम 5:50 बजे
कार्यकर्ताओं को घोषणा करके बताया गया कि रात 8:30 या 9:00 बजे विधायक दल की बैठक होगी, इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जा सकती है।
शाम 6:40 बजे
भोपाल से कमलनाथ दोपहर में ही निकल चुके थे। शाम को वे भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने उनके घर पहुंचे। ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले से राहुल के घर पर मौजूद थे।
रात 8:00 बजे
राहुल ने दोनों नेताओं से मुलाकात के बाद देर शाम ट्विट किया, 'धैर्य और समय 2 सबसे शक्तिशाली योद्धा।'
रात 8:15 बजे
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता की सेवा मुख्य उद्देश्य, सीएम के लिए कोई रेस नहीं।
रात 8:20 बजे
राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बोले कमलनाथ, 'अभी हम भोपाल जा रहे हैं, विधायक दल की बैठक के बाद होगा सीएम पर फैसला।
रात 8:30 बजे
कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल के लिए रवाना हुए।
रात 10:15 बजे
कमलनाथ और सिंधिया भोपाल पहुंचे। एयरपोर्ट पर समर्थकों का हुजूम
रात 10:30 बजे
कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरू। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी पहुंचे।
रात 11:00 बजे
विधायक दल ने कमलनाथ को नेता चुना। एमपी के अगले सीएम कमलनाथ होंगे।