ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशदावोस से विदेशी निवेश लाने की कोशिश में PM नरेंद्र मोदी

दावोस से विदेशी निवेश लाने की कोशिश में PM नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार से दावोस में शुरू हो रहे विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के सम्मेलन के पूर्ण सत्र को संबोधित करेंगे। उनकी कोशिश दुनिया के आर्थिक जगत के इस महाकुंभ में ‘मेक इन...

दावोस से विदेशी निवेश लाने की कोशिश में PM नरेंद्र मोदी
नई दिल्ली।हिटीMon, 22 Jan 2018 01:33 AM
ऐप पर पढ़ें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार से दावोस में शुरू हो रहे विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के सम्मेलन के पूर्ण सत्र को संबोधित करेंगे। उनकी कोशिश दुनिया के आर्थिक जगत के इस महाकुंभ में ‘मेक इन इंडिया’ के तहत वैश्विक कंपनियों को देश में निवेश के लिए प्रोत्साहित करने की होगी। इस काम में उनके कैबिनेट के करीब आधे दर्जन मंत्री सहयोग करेंगे। 

प्रधानमंत्री मोदी का दावोस में व्यस्त कार्यक्रम है। वह छह मंत्रियों और दो मुख्यमंत्रियों सहित करीब 120 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ सोमवार को दावोस पहुंचेंगे। उनकी पूरी कोशिश भारतीय अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए विदेशी निवेश को आकर्षित करने की होगी। यही कारण है सोमवार को पहुंचते ही वह एयर बस, हिताची सहित 60 बड़ी कंपनियों के सीईओ के साथ राउंड टेबल डिनर करेंगे। इस दौरान 20 भारतीय कंपनियों के सीईओ भी मौजूद रहेंगे।

 

पीएम मोदी इंटरव्यू: लोकलुभावन नहीं होगा आम बजट

मंगलवार को डल्ब्यूईएफ के पूर्ण सत्र के संबोधन के दौरान भी वह भारत में कारोबार सुगमता के लिए किए गए बदलावों की जानकारी देंगे। इसके बाद वह डब्ल्यूईएफ के 120 सदस्यीय निवेश समुदाय से चर्चा करने का कार्यक्रम है। मोदी के एजेंडे में आर्थिक मुद्दों के अलावा रणनीतिक मुद्दे भी शीर्ष पर होंगे। इसी कड़ी में वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, स्विस राष्ट्रपति अलेन बर्सेट से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। 

प्रधानमंत्री के साथ-साथ वित्तमंत्री अरुण जेटली, वाणिज्यमंत्री सुरेश प्रभु, रेलमंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, कार्मिक मंत्री जितेंद्र सिंह भी दावोस में कुल 25 सत्रों को संबोधित करेंगे। 

शीर्ष एजेंडा
- सरकार हाल में किए गए ढांचागत बदलावों के आधार पर भारत में भारी विदेशी निवेश लाने का प्रयास करेगी
- सरकार की ओर विभिन्न योजनाओं और देश के आधारभूत क्षेत्र में आई मजबूती का प्रदर्शन भी किया जाएगा। 
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होने वाली संभावित मुलाकात में आंतकवाद सहित रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा

चुनाव आयोग:अगले CEC होंगे ओम प्रकाश रावत, अशोक लवासा बने चुनाव आयुक्त

सकारात्मक माहौल से मिलेगी मदद 
- 2004 के बाद पहली बार वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारतीय अर्थव्यवस्था की रेटिंग में सुधार की 
- कारोबार सुगमता इंडेक्स में 30 पायदान की छलांग लगा भारत 190 देशों की रैकिंग में 100वें स्थान पर पहुंचा

सरकारी कोशिशें रंग लाएंगी 
- 100%एफडीआई की मंजूरी एकल ब्रांड रिटेल क्षेत्र में स्वत: मार्ग से 
- रक्षा, रेल चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में भी विदेशी निवेश को मंजूरी दी
- 60 अरब डॉलर का रिकॉर्ड एफडीआई भारत में पिछले साल आया 
- 60 सीईओ से मोदी स्वयं दावोस में बातचीत करेंगे, 20 भारतीय सीईओ भी होंगे 

नेतन्याहू ने मोदी को शुक्रिया कहा, भारत दौरे को ऐतिहासिक बताया

पहली बार भारतीय नेता उद्घाटन करेंगे 
दावोस में मंगलवार से डब्ल्यूईएफ का 48वां वार्षिक सम्मेलन शुरू हो रहा है। संगठन के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री पूर्ण सत्र का उद्घाटन करेंगे। यह भारत की वैश्विक स्तर पर बढ़ती ताकत का प्रतिबिंब है,क्योंकि पिछले साल यह सम्मान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को मिला था।  हालांकि, इससे पहले 1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एच.डी.देवेगौड़ा दावोस में आयोजित डब्ल्यूईएफ के सत्र में शिरकत करने गए थे। तब देश मुक्त अर्थव्यवस्था के शुरुआती दौर में था। 

दो दशक में बदली स्थिति 
1997      
               
- देवेगौड़ा गठबंधन सरकार के मुखिया के मुखिया थे। इसलिए सरकार में कमजोर स्थिति थी
- दावोस में विभिन्न हितधारकों से वार्ता की जिम्मेदारी तत्कालीन वित्तमंत्री पी.चिदंबरम की थी
- भारत में आर्थिक सुधार शुरुआती दौर में इसलिए विदेशी निवेश मामले में चमक फीकी थी
- 423 अरब डॉलर भारत की जीडीपी थी, उस समय भारत 13 वें स्थान पर था 

2018 
- मोदी पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई पार्टी के मुखिया हैं। इसलिए गठबंधन की मजबूरियां नहीं है
- दावोस में प्रधानमंत्री मोदी स्वयं भारत का पक्ष रखेंगे। मंत्रियों की भूमिका इसमें सहयोगी की
- भारत दुनिया की सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था है, रिकॉर्ड स्तर पर एफडीआई 
- 2016 में 2.250 खरब डॉलर जीडीपी थी, दुनिया में सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था 

भारत में हो स्त्री-पुरूष समानता तो GDP में होगा 27 फीसद इजाफा- WEF

 सम्मेलन सत्ता-सपंत्ति का महासमागम 
- 70 देशों के राष्ट्राध्यक्ष या मंत्री विश्व आर्थिक मंच के वार्षिक सम्मेलन में शिरकत करेंगे
- 1900 निजी व सार्वजनिक क्षेत्र के कंपनियों के शीर्ष प्रतिनिधि भी सम्मेलन का हिस्सा होंगे
- 900 एनजीओ, सामाजिक क्षेत्र के उद्यमी,शिक्षाविद, कलाकार और मजदूर नेता भी आमंत्रित 
- 80 युवा कारोबारीर अपने अनुभवों को साझा करेंगे, इनकी उम्र 40 साल से कम है 
- 400 सत्र विभिन्न विषयों पर आयोजित किए जाएंगे, इनमें से 200 सत्रों का वेबकास्ट होगा 

रोचक पहलू
- 21 फीसदी महिलाएं इस सम्मेलन में शिरकत कर रही हैं, जो अब तक का एक रिकॉर्ड है।
- 2000 में बिल क्लिंटन के बाद पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मौजूद रहेंगे।
- सम्मेलन का थीम ‘खंडित विश्व में साझे भविष्य का निर्माण ’ है, जिसपर चर्चा होगी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें