ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशकोरोना वायरस की दहशत: विदेशी पर्यटकों वाले मंदिर पर लगा ताला

कोरोना वायरस की दहशत: विदेशी पर्यटकों वाले मंदिर पर लगा ताला

उत्तर प्रदेश के बहराइच में बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटकों की मौजूदगी वाले बौद्ध तीर्थ श्रावस्ती में कोरोना वाइरस संक्रमण की दहशत से डेन महामंकोल मंदिर पर ताला लगा दिया गया है।मंदिर प्रशासन ने मुख्य...

कोरोना वायरस की दहशत: विदेशी पर्यटकों वाले मंदिर पर लगा ताला
एजेंसी,नई दिल्लीThu, 06 Feb 2020 10:49 AM
ऐप पर पढ़ें

उत्तर प्रदेश के बहराइच में बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटकों की मौजूदगी वाले बौद्ध तीर्थ श्रावस्ती में कोरोना वाइरस संक्रमण की दहशत से डेन महामंकोल मंदिर पर ताला लगा दिया गया है।मंदिर प्रशासन ने मुख्य द्वार पर नोटिस बोर्ड लगाते हुए गेट पर ताला लगाकर देशी विदेशी पर्यटकों का प्रवेश अनिश्चित काल के लिए रोक दिया है। नोटिस बोर्ड पर लिखा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए मंदिर को अनिश्चित समय के लिए बंद कर दिया गया है। हालात में सुधार के बाद मंदिर को फिर खोल दिया जाएगा।

उपजिलाधिकारी राजेश मिश्र ने बताया, “बौद्ध स्थली श्रावस्ती में डेन महामंकोल एक विदेशी संस्था द्वारा बनवाया हुआ मंदिर है। एहतियातन उन्होंने मंदिर को बंद किया है क्योंकि श्रावस्ती में बहुत बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं।”जिले में अभी कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है फिर भी एहतियातन मंदिर को बंद किया गया है।

उधर, बहराइच में नेपाल के रास्ते चीन से लौटे एमबीबीएस छात्रों को होम आइसोलेशन में रखने के निर्देश जिला प्रशासन ने दिये हैं। हाल ही में चीन से लौटे दो छात्रों को उनके घर में ही रहने को कहा गया है। स्वास्थ्य महकमे के लोग 12-12 घंटे पर दोनों छात्रों का परीक्षण करके उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट दे रहे हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए मठ मंदिरों और होटलों की निगरानी भी की जा रही है और एहतियात के तौर पर लोगों को मास्क लगाने की भी सलाह दी जा रही है।

पर्यटन कारोबारियों के मुताबिक इन दिनों यहां विदेशी पर्यटकों की मौजूदगी सबसे अधिक होती है, लेकिन इस बार उनकी संख्या घटकर आधे से भी कम रह गयी है। श्रावस्ती में बारिश के मौसम के बाद हर साल चीन, जापान, थाईलैंड, श्रीलंका, कोरिया, म्यामां सहित कई देशों के करीब दो लाख से अधिक बौद्ध भिक्षु व धर्मावलम्बी आते हैं। सर्दियों में अनेक मंदिरों में विशेष ध्यान सत्र चलाए जाते हैं। मंदिरों में बौद्ध भिक्षु और विदेशी धर्मावलंबी मौन व्रत रखकर विशेष पूजा करते हैं।
 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें