कोरोना की चपेट में आ चुकी है देश की 21 फीसदी आबादी, सीरो सर्वे में आया सामने
देश में 21.4 फीसदी आबादी कोरोना संक्रमण का सामना कर चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा किए गए तीसरे सीरो सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। इसके नतीजे गुरुवार को जारी किए...
देश में 21.4 फीसदी आबादी कोरोना संक्रमण का सामना कर चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा किए गए तीसरे सीरो सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। इसके नतीजे गुरुवार को जारी किए गए।
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह सर्वे 17 दिसंबर से 8 जनवरी 2021 के बीच 21 राज्यों के 70 जिलों के 700 गांवों एवं वार्डों में किया गया। यह दिसंबर के शुरुआती दिनों की तस्वीर पेश करता है। सर्वे में 10 साल से अधिक आबादी के 28589 लोग शामिल थे। जबकि प्रत्येक जिले से 100 स्वास्थ्यकर्मियों को भी इसमें शामिल किया गया तथा कुल 7171 स्वास्थ्यकर्मी सर्वे का हिस्सा बने।
भार्गव के अनुसार 21.4 फीसदी लोगों में कोरोना के खिलाफ आईजीजी एंटीबाडीज पाई गई। जबकि 25.7 फीसदी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में एंडीबाडीज मिले। घनी आबादी वाले शहरी स्लम क्षेत्र में सर्वाधिक 31.7 फीसदी, शहरी आबादी में 26.2 तथा ग्रामीण आबादी में 19.1 फीसदी लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबाडीज मिले। ये एंटीबाडीज कोरोना के संक्रमित होने के करीब दो सप्ताह के बाद बनती हैं।
10-17 साल की उम्र के 25.3 फीसदी बच्चों में एंटीबाडीज मिले
रिपोर्ट के अनुसार 22.7 फीसदी महिलाएं, 20.3 फीसदी पुरुष तथा 10-17 साल की उम्र के 25.3 फीसदी बच्चों में एंटीबाडीज मिले। यानी ये लोग कोरोना संक्रमण से गुजर चुके थे। रिपोर्ट के अनुसार 18-44 साल के आयु वर्ग में 19.9 फीसदी तथा 45 से अधिक आयु के 23.4 फीसदी लोगों में एंडीबाडीज पाए गए। बता दें कि इससे पूर्व मई में हुए पहले सिरो सर्वे में सिर्फ 0.73 फीसदी लोगों में एंटीबाडीज मिले थे। दूसरा सर्वेक्षण अगस्त में हुआ था तब 6.6 फीसदी लोगों में एंटीबाडीज की पुष्टि हुई थी।
भारत में कोविड संक्रमण दर घटकर 5.42 हुई
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारत की कोविड-19 संक्रमण दर घटकर 5.42 प्रतिशत पर आ गई है जबकि पिछले हफ्ते संक्रमण की साप्ताहिक दर 1.82 फीसदी दर्ज की गई। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि आठ राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में संक्रमण की साप्ताहिक दर 1.82 प्रतिशत के राष्ट्रीय औसत से ज्यादा रही। इनमें केरल (11.20 प्रतिशत), छत्तीसगढ़ (6.20 फीसदी), महाराष्ट्र (4. 70 प्रतिशत), गोवा (4.40 फीसदी), नगालैंड (3.60 प्रतिशत), लद्दाख (2.90 फीसदी), पुडुचेरी (2.60 प्रतिशत) और चंडीगढ़ (2.10 फीसदी) शामिल हैं। भूषण ने कहा कि यह निश्चित तौर चिंता का कारण है। हम लगातार उनके संपर्क में है। हमने इनमें से कुछ राज्यों में कल केंद्रीय टीमें भेजी हैं।