कोरोना संकट: जब राजस्थान में गांववालों ने कराया मुंडन, जानें क्यों
राजस्थान में सीकर जिले के फतेहपुर क्षेत्र में दो दिन पहले कोरोना का संदिग्ध पाये जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा गांव में जांच, सेनेनाइजर छिड़काव नहीं करने पर कई ग्रामीणों ने मुंडन करवाकर विरोध दर्ज...

राजस्थान में सीकर जिले के फतेहपुर क्षेत्र में दो दिन पहले कोरोना का संदिग्ध पाये जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा गांव में जांच, सेनेनाइजर छिड़काव नहीं करने पर कई ग्रामीणों ने मुंडन करवाकर विरोध दर्ज करवाया। सूत्रों ने बताया कि फतेहरपुर की बाटडानाऊ ग्राम पंचायत में दो दिन पूर्व करोना संदिग्ध पाया गया। सरपंच बाली देवी बाटड सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि लॉकडाउन के बाद से कोई कर्मचारी गांव नहीं आया और न ही राशन आदि बांटा गया। उपखंड अधिकारी कुलराज मीणा ने जांच करके कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
वहीं अजमेर जिले के सरवाड़ कस्बे में ख्वाजा फखरुद्दीन हसन चिश्ती सरवाड़ी के सालाना उर्स में धार्मिक रस्म के दौरान जबरन पहुंचने पर पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि अजमेर दरगाह शरीफ अंजुमन कमेटी की ओर से कल परंपरागत तरीके से चादर पेश की गई जिसके लिए केवल 10 लोगों को प्रशासनिक स्वीकृति मिली थी, लेकिन चादर की रस्म के मौके पर 60 से अधिक लोगों का समूह जबरन इस धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंच गया। इस पर दरगाह कमेटी की सूचना पर सरवाड़ थाना अधिकारी मय जाप्ते के वहाँ पहुंचे और धारा 144 का हवाला देते हुए उन्हें समझाया।
सूत्रों ने बताया कि उनमें से छह लोग जमालुद्दीन, मोईजुद्दीन, मोहम्मद मिराज, बसंत कुशवाहा, अजहरुद्दीन और नवाब कुरैशी नहीं माने तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उल्लेखनीय है कि सरवाड़ शरीफ में चल रहे सालाना उर्स के मौके पर चुनिंदा पासशुदा लोगों के माध्यम से धार्मिक रस्में पूरी कराई जा रही हैं और किसी भी बाहरी व्यक्ति को दरगाह में प्रवेश की इजाजत नहीं है। उर्स आज दोपहर एक बजे कुल की रस्म के साथ संपन्न हो जाएगा और तीन अप्रैल को बड़े कुल की रस्म के साथ समाप्त हो जाएगा।
