ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशपुतिन के संवैधानिक सुधारों को मिला रूस में भारी समर्थन, पीएम मोदी ने फोन कर दी बधाई

पुतिन के संवैधानिक सुधारों को मिला रूस में भारी समर्थन, पीएम मोदी ने फोन कर दी बधाई

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को 2036 तक पद पर बने रहने का प्रावधान करने वाले संविधान संशोधन को देश के लगभग 78 प्रतिशत मतदाताओं ने स्वीकृति प्रदान की है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने...

पुतिन के संवैधानिक सुधारों को मिला रूस में भारी समर्थन, पीएम मोदी ने फोन कर दी बधाई
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीFri, 03 Jul 2020 12:08 PM
ऐप पर पढ़ें

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को 2036 तक पद पर बने रहने का प्रावधान करने वाले संविधान संशोधन को देश के लगभग 78 प्रतिशत मतदाताओं ने स्वीकृति प्रदान की है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बधाई दी है। रूस के चुनाव अधिकारियों ने गुरुवार को मतगणना पूरी होने के बाद यह जानकारी दी।  क्रेमलिन के आलोचकों का कहना है कि अपेक्षित नतीजे पाने के लिए मतदान में धांधली की गई। रूस के केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने कहा कि सप्ताह भर चली मतदान की प्रकिया का अंत बुधवार को हुआ और गुरुवार की सुबह तक मतगणना पूरी कर ली गई थी। 

आयोग ने कहा कि 77.9 प्रतिशत मत संविधान संशोधन के पक्ष में पड़े और 21.3 प्रतिशत मत संशोधन के विरोध में डाले गए। चुनाव के आंकड़ों से दस साल में पुतिन को मिले सबसे ज्यादा जन समर्थन का पता चलता है। सन 2018 के चुनाव में 76.7 प्रतिशत मतदाताओं ने पुतिन की उम्मीदवारी का समर्थन किया था जबकि 2012 के चुनाव में केवल 63.6 प्रतिशत मतदाता पुतिन को राष्ट्रपति के रूप में देखना चाहते थे। क्रेमलिन के आलोचकों का कहना है कि देश में जीवन स्तर घट रहा है जिससे देश में बड़े स्तर पर निराशा का माहौल व्याप्त है और ऐसे में पुतिन के पक्ष में आए मतदान के आंकड़े वास्तविक नहीं हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संकट पर चर्चा की और कोविड-19 के बाद विश्व की चुनौतियों का मिलकर समाधान करने के लिए दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूती प्रदान करने का संकल्प लिया। दोनों नेताओं की टेलीफोन पर हुई बातचीत में इस बात पर भी सहमति बनी कि द्विपक्षीय संपर्क और परामर्शों की गति बनाए रखी जाएगी जो कि इस वर्ष के अंत में भारत में होने वाले वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के आयोजन में मददगार होगी । 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें