अपनी ही पार्टी के नेताओं पर बरसे कांग्रेस के आचार्य, बोले- शिवलिंग का मजाक नहीं बना सकते
कांग्रेस नेता और अध्यात्मिक गुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी ही पार्टी के नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कुछ लोग ज्यादा ही लिबरल बनना चाह्ते हैं। शिवलिंग का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए।

इस खबर को सुनें
कांग्रेस नेता और धर्मगुरु प्रमोद कृष्णन ने पार्टी लाइन से हटते हुए बयान दिया है। उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेताओं की आलोचना करते हुए कहा कि शिवलिंग को तमाशा नहीं कहा जा सकता। उन्होंने कहा, चाहे सपा नेता अखिलेश यादव हों या फिर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत। शिवलिंग को तमाशा नहीं कह सकते। यह मामला आस्था का है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, हमारी पार्टी के कुछ नेता खुद को ज्यादा ही लिबरल दिखाने की कोशिश करते हैं और वे शिवलिंग का मजाक बना रहे हैं। अशोक गहलोत ने कहा था, वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर भाजपा पूरे देश में तमाशा कर रही है। भाजपा का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। इसके नेता लोकतंत्र का नकाब पहनकर राजनीति कर रहे हैं। इन लोगों की नीतियां और सिद्धांत देश को बर्बाद करने वाले हैं। ज्ञानवापी मस्जिद में कथित शिवलिंग पाए जाने के बाद गहलोत ने यह बयान दिया था।
इसके बाद भाजपा के भी शहजाद पूनावाला ने उन्हें जवाब देते हुए कहा था कि कांग्रेस हिंदू आस्था का मजाक बना रही है। उन्होंने कहा था, क्या बाबा के लिए श्रद्धा जनेऊधारी कांग्रेस केलिए तमाशा है?
भाजपा पर भी बोला हमला
प्रमोद कृष्णम ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि हम महात्मा गांधी की विचारधारा पर चलने वाले लोग हैं और सर्वधर्म समभाव पर विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा, भाजपा मंदिर में वोट तलाश रही है। हम मंदिरों में भगवान को ढूंढते हैं। उन्होंने कहा, राहुल गांधी भी शिवभक्त हैं। उन्होंने कहा, सनातन धर्म सभी धर्मों का आदर करना सिखाता है लेकिन अपने धर्म का अपमान करना नहीं सिखाता।