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चीन ने गुल कर दी थी मुंबई की बिजली? NYT के खुलासे को महाराष्ट्र सरकार ने बताया सच, केंद्र का इनकार

पिछले साल अक्टूबर में अचानक देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बिजली गुल हो जाने से हाहाकार मच गया था। 10-12 घंटे तक हुई इस कटौती के पीछे क्या चीन था? न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है...

चीन ने गुल कर दी थी मुंबई की बिजली? NYT के खुलासे को महाराष्ट्र सरकार ने बताया सच, केंद्र का इनकार
लाइव हिन्दुस्तान ,मुंबईMon, 01 Mar 2021 04:50 PM
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पिछले साल अक्टूबर में अचानक देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बिजली गुल हो जाने से हाहाकार मच गया था। 10-12 घंटे तक हुई इस कटौती के पीछे क्या चीन था? न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीनी साइबर अटैक की वजह से ऐसा हुआ था। इसके बाद महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री ने भी कहा है कि है इस रिपोर्ट में सच्चाई हो सकती है और सरकार इसकी जांच कर रही है। आज शाम तक यह रिपोर्ट आ सकती है। हालांकि, केंद्र सरकार ने इस बात से इनकार किया है कि चीनी हैकर्स अपने प्रयास के दौरान डेटा में सेंध लगाने में कामयाब रहे थे।

इंडिया डुटे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने कहा, ''न्यूयॉर्क टाइम्स के दावे में सच्चाई है। हमने इसकी जांच के लिए तीन सदस्यों की कमिटी का गठन किया था। आज शाम तक हमें साइबर डिपार्टमेंट से विस्तृत जांच रिपोर्ट मिल जाएगी।'' महाराष्ट्र साइबर डिपार्टमेंट ने शुरुआत में आशंका जताई थी कि मालवेयर अटैक की वजह से मुंबई की बिजली गुल हुई थी। इस लंबी कटौती की वजह से ट्रेनें रुक गई थीं, अस्पतालों में इलाज ठप हो गया था और स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार रुक गया। कुछ इलाकों में तो बिजली 12 घंटों बाद बहाल हुई थी। 

नवंबर में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह कहा गया था कि महाराष्ट्र साइबर डिपार्टमेंट ने मालवेयर अटैक का पता लगाया है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि जब भारत और चीनी सैनिकों के बीच एलएसी पर तनातनी चल रही थी तो चीनी साइबर हमले के जरिए देशभर में बिजली आपूर्ति करने वाले कंट्रोल सिस्टम में मालवेयर डालने का प्रयास किया जा रहा था। इसी मालवेयर हमले की वजह से मुंबई में बिजली गुल हो गई थी।  

रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन से जुड़े RedEcho ग्रुप इस हमले के पीछे हो सकता है। ऑनलाइन खतरों का विश्लेषण करने वाली मैसाचुसेट्स की कंपनी रिकॉर्डेड फ्यूचर ने इसका पता लगाया है। इसमें कहा गया है कि अधिकतर जो मालवेयर भेजे गए वे एक्टिवेट नहीं हो सके। रिकॉर्डेड फ्यूचर के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर स्ट्रुअर्ट सोलोमन ने कहा कि भारत में बिजली उत्पादन और वितरण के करीब दर्जनभर अहम नोड्स में साइबर अटैक का प्रयास किया गया था।

वहीं, केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ''POSOCO के कुछ कंट्रोल सेंटर्स पर शैडो पैड नाम के एक मालवेयर खतरे को लेकर 19 नवंबर 2020 को CERT-IN से एक ईमेल प्राप्त हुआ था। इन खतरों से निपटने के लिए कदम उठाए गए।'' मंत्रालय ने कहा, ''NCIIPC ने 12 फरवरी को एक ईमेल के जरिए बताया कि Red Echo की ओर से मालवेयर शैडो पैड का खतरा है। Red Echo चीन प्रायोजित समूह है और भारत के रीजनल लोड डिस्पैच सेंटर्स के साथ स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर्स को टारगेट कर रहा है।''

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