श्रद्धांजलि के तौर पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर अंकित होंगे गलवान घाटी में शहीद हुए 20 जवानों के नाम
पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय सेना के 20 जवानों का नाम हमेशा-हमेशाा के लिए अमर हो गया है। अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि 15 जून को पूर्वी लद्दाख में...
पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय सेना के 20 जवानों का नाम हमेशा-हमेशाा के लिए अमर हो गया है। अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि 15 जून को पूर्वी लद्दाख में गैलवान घाटी में चीनी सेना से लोहा लेते हुए शहीद हुए 20 भारतीय सैनिकों के नाम दिल्ली के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर अंकित किए जाएंगे।
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शहीद हुए ये 20 सैनिक वे हैं, जिन्होंने भारतीय सीमा की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योच्छार कर दिए। यह जानते हुए भी उन्होंने चीनी सेना का डटकर मुकाबला किया कि उनकी संख्या की तुलना में चीनी सेना काफी अधिक हैं।
16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल बी संतोष बाबू, गलवान घाटी में पैट्रोलिंग पॉइंट-14 के पास सात घंटे के खूनी संघर्ष में जान गंवाने वाले उन 20 शहीद सैनिकों में से थे, जहां भारतीय सैनिकों ने चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की सेना को भारी नुकसान पहुंचाया था। अधिकारियों ने कहा कि सभी युद्ध में शहीद हुए जवानों के नाम स्मारक पर अंकित होंगे।
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हाल ही में लद्दाख की यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के शीर्ष अधिकारियों की मौजूदगी में 16 बिहार के सैनिकों से मुलाकात की थी और उनकी बहादुरी को सलाम किया था।