Chandrayaan 2 Moon Landing: जानें कहां बना था चंद्रयान-2 का लांचिंग पैड
इसरो ने जिस लांचिंग पैड से चंद्रयान टू का प्रक्षेपण किया था उसका निर्माण हेवी इंजीनियरिंग लिमिटेड (एचईसी) ने किया था। इस जटिलतम लांटिंग पैड के निर्माण में एचईसी को छह माह से अधिक समय लगा था।...
इसरो ने जिस लांचिंग पैड से चंद्रयान टू का प्रक्षेपण किया था उसका निर्माण हेवी इंजीनियरिंग लिमिटेड (एचईसी) ने किया था। इस जटिलतम लांटिंग पैड के निर्माण में एचईसी को छह माह से अधिक समय लगा था। लांचिंग पैड का निर्माण नौ चरणों में किया गया। एचईसी में बने लांचिंग पैड से ही चंद्रयान वन और अन्य उपग्रहों का प्रक्षेपण इसरो कर रहा रहा है।
नौ चरणों में पूरा हुआ था काम
चंद्रयान टू के उपकरणों का निर्माण का काम नौ चरणों में पूरा किया गया। इसके लिए एचइसी ने छह एफसीवीआरपी( फोल्डिंग कम वर्टिकल रि पोजिशनेबल प्लेटफॉर्म), एसएलपी के लिए 10 टन के इओटी क्रेन, 400 टन के इओटी क्रेन, तीन एफसीवीआरपी, तीन होरिजेंटल स्लाइडिंग डोर और एक मोबाइल लांचिंग पैडस्टल का निर्माण एचइसी ने किया।
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चुनौती भरा था काम
एचईसी के अधिकारियों के अनुसार यह काफी चुनौती भरा टास्क था। इसका डिजाइन तैयार करने से लेकर हर कदम पर गुणवत्ता बनाये रखने में काफी मशक्कत करनी पड़ी है। इसरो ने हर तरह की जांच के बाद उपकरणों की गुणवत्ता पर संतुष्टि जाहिर की थी।
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80 मीटर की ऊंचाई पर लगा है क्रेन
लांचिंग पैड की ऊंचाई करीब 80 फीट है। पैड के सबसे ऊपर 10 टन क्षमता का क्रेन लगा है। इस जटिलतम क्रेन का निर्माण एचईसी ने किया है। 80 मीटर की ऊंचाई से यह उपग्रह को खींच कर उसके निर्धारित स्थान तक स्थापित करता है। होरिजेंटल डोर की ऊंचाई 47 मीटर है जो कि उपग्रह को तेज तूफान में भी सुरक्षित रखता है।