चमकी बुखार का कहर जारी: 12 और बच्चों की गई जान, अब तक 138 की मौत
उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर व इसके आसपास के जिलों में महामारी का रूप ले चुके चमकी-बुखार (एईएस) से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। 17वें दिन सोमवार को 10 बच्चों की इस बीमारी से जान गई। नौ की मौत...
उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर व इसके आसपास के जिलों में महामारी का रूप ले चुके चमकी-बुखार (एईएस) से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। 17वें दिन सोमवार को 10 बच्चों की इस बीमारी से जान गई। नौ की मौत एसकेएमसीएच व दो की मौत केजरीवाल अस्पताल में हुई। वहीं, बंदरा के एक बच्चे की मौत केजरीवाल अस्पताल लाने के दौरान रास्ते में ही हो गई।
एसकेएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में प्राथमिक उपचार के दौरान ही तीन बच्चों ने दम तोड़ दिया। इन बच्चों में दो समस्तीपुर व एक बच्चा बेगूसराय जिले का है। वहीं, दोनों अस्पतालों में 56 नए बीमार बच्चों को भर्ती भी किया गया। एसकेएमसीएच में 38 व केजरीवाल अस्पताल में 18 नए मरीजों का एईएस के तय प्रोटोकॉल के तहत इलाज किया जा रहा है।
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अब तक चमकी-बुखार के 390 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 138 बच्चों की मौत हुई है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की ओर से शाम में जारी रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को चार बच्चों की मौत हुई है। रिपोर्ट में अबतक 86 मौत की बात कही गई है। देर शाम एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. एसके शाही व सीएस डॉ. एसपी सिंह ने एईएस बुलेटिन जारी की। इसमें एसकेएमसीएच व केजरीवाल अस्पताल की रिपोर्ट को शामिल किया गया है।
दूसरी ओर, बिहार सरकार के मंत्री श्याम रजक ने एसकेएमसीएच पहुंचकर इलाज व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि डॉक्टर मरीजों के इलाज में जी जान से लगे हैं। जिला प्रशासन भी लगातार अपने स्तर से सभी प्रयास जारी रखे हुए है। मुख्यमंत्री भी पटना से पूरी नजर रखे हुए हैं। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने भी एसकेएमसीएच पहुंच हालात का जायजा लिया। उन्होंने डॉक्टरों से बच्चों के इलाज के बारे में जानकारी ली।
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