असम के चायवाले ने पास किया NEET एग्जाम, AIIMS में मिला दाखिला? जानिए क्या है इस दावे की सच्चाई
आए दिन ऐसी खबरें सामने आती रही हैं जब किसी गरीब घर के बच्चे ने बड़ी परीक्षा पास कर न केवल अपने घर परिवार बल्कि राज्य और देश का नाम भी रोशन किया है। ऐसे में एक दावा किया जा रहा है कि असम के एक चायवाले...

आए दिन ऐसी खबरें सामने आती रही हैं जब किसी गरीब घर के बच्चे ने बड़ी परीक्षा पास कर न केवल अपने घर परिवार बल्कि राज्य और देश का नाम भी रोशन किया है। ऐसे में एक दावा किया जा रहा है कि असम के एक चायवाले ने NEET एग्जाम पास कर AIIMS में दाखिला हासिल कर लिया है। बता दें कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा यानी NEET एग्जाम पास करना काफी चुनौतीपूर्ण माना जाता है।
क्या है इस दावे की सच्चाई?
असम के एक चाय बेचने वाले लड़के द्वारा नीट क्रैक करके एम्स में सीट हासिल करने की रिपोर्ट अब फर्जी निकली है। 24 वर्षीय राहुल कुमार दास असम के बजली जिले के पटाचरकुची इलाके के रहने वाले हैं। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) में शामिल हुए असम के छात्रों के एक समूह ने सबसे पहले इस पर आशंका जताई और दावा किया कि दास का चयन फर्जी है। यह पाया गया है कि दास के एडमिट कार्ड में हेराफेरी की गई थी और उसने कथित तौर पर हरियाणा के छात्र के रिकॉर्ड का इस्तेमाल यह दिखाने के लिए किया था कि उसने एम्स में एक सीट हासिल की है।
चायवाले ने दिया था एग्जाम
मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, पटाचरकुची के एक स्थानीय युवक दर्पण ओलेमन ने कहा, राहुल कुमार दास नीट परीक्षा में उपस्थित हुए थे, लेकिन उन्होंने केवल 106 अंक प्राप्त किए जो कि क्वालीफाइंग अंक नहीं है। उन्होंने कहा, "जब हमने मेडिकल साइंस के कुछ छात्रों की मदद से जांच शुरू की, तो हमने सरकारी वेबसाइटों से सूचियां डाउनलोड कीं। इसके बाद हमने पाया कि उनका रोल नंबर 2303001114, जिसका उन्होंने दावा किया था वह केंद्रीय सूची में था। लेकिन यह रोल नंबर था हरियाणा की किरणजीत कौर का। किरणजीत ने AIR 11656 स्थान हासिल किया है।"
उन्होंने कहा, "जब हमें राहुल का एडमिट कार्ड मिला, तो हमने देखा कि एडमिट कार्ड पूरी तरह से एडिटेड है। मुझे नहीं पता कि उसने सभी को गुमराह करने की कोशिश क्यों की।" स्थानीय लोगों का आरोप है कि तथ्य सामने आने के बाद राहुल, उसकी मां और उसका छोटा भाई फरार हो गया।