भारत का चीन पर एक और डिजिटल स्ट्राइक, 232 ऐप को किया बैन
इन ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने और ब्लॉक करने की सिफारिश की गई थी। इसके बाद बीते सप्ताह इसकी प्रक्रिया शुरू की गई। इन चीनी ऐप को भाइन ऐप्स पर प्रतिबंध लगानरत की संप्रभुता और अखंडता के लिए खतरा बताया गया है।

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चीन के खिलाफ एक और कार्रवाई करते हुए केंद्र सरकार ने 232 ऐप को भारत में बैन कर दिया है। सरकार के शीर्ष सूत्रों ने यह जानकारी दी है। केंद्र सरकार ने तत्काल प्रभाव से 138 सट्टेबाजी ऐप और 94 लोन ऐप को सभी ऑपरेटिंग सिस्टम पर बैन कर दिया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने गृह मंत्रालय की सिफारिशों के आधार पर यह निर्णय लिया है।
मंत्रालय को इन ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने और ब्लॉक करने की सिफारिश की गई थी। इसके बाद बीते सप्ताह इसकी प्रक्रिया शुरू की गई। इन चीनी ऐप को भारत की संप्रभुता और अखंडता के लिए खतरा बताया गया है।
आपको बता दें कि कुछ आम लोगों ने जबरन वसूली और उत्पीड़न की कई शिकायतें दर्ज कराई थी। यह भी पता चला है कि ये ऐप चीनी नागरिकों के दिमाग की उपज हैं। भारतीयों को काम पर रखा और उन्हें डायरेक्टर बनाया है। लाचार लोगों को कर्ज लेने का लालच दिया जाता है और फिर उससे सालाना 3,000 फीसदी तक ब्याज बढ़ा दिया जाता है। कर्जदार पूरे कर्ज की तो बात ही दूर ब्याज चुकाने में असमर्थ हो जाता है। इसके बाद कर्ज में डूबे लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया जाता है। कर्जदारों को गालियां दी जाती हैं। उनकी फोटोशॉप की गई तस्वीरें जारी करने की धमकी दी जाती है।
सूत्रों ने कहा कि तेलंगाना, ओडिशा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के साथ-साथ केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से इन ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था। इन सूचनाओं के आधार पर गृह मंत्रालय ने छह महीने पहले 28 चीनी ऐप का विश्लेषण शुरू किया था। उन्होंने पाया कि 94 ऐप ई-स्टोर्स पर उपलब्ध हैं और अन्य थर्ड-पार्टी लिंक के जरिए काम कर रहे हैं।