दुनियाभर के लोगों ने 2020 को विदा कह दिया और जश्न के साथ नए साल 2021 का आगमन किया। लेकिन भारत में नए साल का जश्न इस बार थोड़ा ठंडा ही रहा।देश की राजधानी नई दिल्ली में 2 जनवरी तक नाइट कर्फ्यू लगा है, इसी तरह देशभर में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रतिबंध लगाए गए थे।
सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी उत्सव , सभाओं और समारोहों की अनुमति नहीं थी और बेंगलुरू, मुंबई और पुणे में धारा 144 लगा दी गई। स्थिति का जायजा लेने के बाद लोगों ने अंतत: नए साल का जश्न मनाने का अपना तरीका ढ़ूढ़ लिया। लोगों ने अपने घरों में रहकर और परिवार वालों के साथ मिलकर नए साल का जश्न मनाया।
अन्य वर्षों की तुलना में केरल में, फोर्ट कोच्चि में नए साल का जश्न मनाने के लिए बहुत कम लोग आए। कोलकाता में, पश्चिम बंगाल पुलिस ने ऐसे लोगों को मास्क वितरित किए, जिन्होंने मास्क नहीं पहने थे, क्योंकि वे उत्सव के लिए पार्क स्ट्रीट में आए थे।
दक्षिण कोलकाता के जिला आयुक्त, सुधीर नीलकांतम ने कहा, “यह साल एक चुनौती रहा है। हम मास्क पहनने की एक नई संस्कृति से जीने आए हैं। हम मुखौटे बांटने वाले और उन लोगों पर मुकदमा चलाने वाले हैं, जो उन्हें नहीं पहनते हैं।”
नए साल का स्वागत करने के लिए लोग पंजाब के अमृतसर में हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) जाते दिखे। हरमंदिर साहिब में आगंतुक ने कहा, "हम सभी लोगों के लिए शुभकामनाएं देते हैं और उम्मीद करते हैं कि किसानों के मुद्दों का समाधान हो जाएगा।"
शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने भी स्वर्ण मंदिर का दौरा किया। मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने देश के लोगों को नए साल की शुभकामना दी। गोवा में, पर्यटकों और स्थानीय लोगों ने राज्य की राजधानी पंजिम में सुंदर आतिशबाजी के साथ नए साल के आगमन का जश्न मनाया।