बुलंदशहर में हुई हिंसा की शुरुआत एक पेड़ काटने से हुई थी। भीड़ जाम लगाने के लिए सड़क किनारे खड़े पेड़ को काट रही थी। इंस्पेक्टर ने पहुंचकर भीड़ को ऐसा करने से रोकने का प्रयास किया। बताया जा रहा है कि इस पर भीड़ ने इंस्पेक्टर पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। जान बचाने के लिए इंस्पेक्टर जीप में बैठकर खेत की तरफ भागे और हिंसा का शिकार हो गए। एसआईटी को इस तरह की कुछ वीडियो मिली है।
महाव गांव में गोकशी की घटना के बाद ग्रामीण गोवंश के अवशेषों को ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर स्टेट हाईवे स्थित चिंगरावठी पुलिस चौकी पर ले आए। यहां उन्होंने सड़क के बीचोंबीच वाहन खड़ा कर जाम लगा दिया। किसी तरह पुलिस ट्रैक्टर को अलग कराने में कामयाब हो गई, लेकिन ग्रामीणों ने ट्रॉली को नहीं हटाने दिया।
इस पर ग्रामीणों ने पास में खड़ा पेड़ कुल्हाड़ी से काटना शुरू कर दिया। उनकी मंशा थी कि पेड़ काटकर सड़क पर डाल दें, जिससे रास्ता अवरुद्ध हो जाए। इसी दौरान स्याना कोतवाली इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह पहुंच गए। उन्होंने पेड़ काटने से रोकने का प्रयास किया। इस पर भीड़ हिंसक हो गई और इंस्पेक्टर पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया।
इंस्पेक्टर को जब यह लगा कि भीड़ हिंसक हो चुकी है तो वे जीप लेकर भागे। ड्राइवर ने तुरंत जीप खेतों की तरफ दौड़ा ली और खेत में पहिया धंसने से वह रुक गई। इसके बाद भीड़ ने जीप पर हमला कर दिया। केस की जांच कर रही एसआईटी को इस तरह की कुछ वीडियो मिली हैं, जिसमें पेड़ काटने वाली बात पुख्ता हो रही है।
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