अन्नदाता भी तकनीक से लैस: किसान ड्रोन से फसलों पर होगा कीटनाशकों का छिड़काव
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को देश का आम बजट पेश कर रही हैं। अपने बजट भाषण में उन्होंने किसानों की सहूलियत के लिए कई ऐलान किए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि तकनीक का इस्तेमाल खेती...
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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को देश का आम बजट पेश कर रही हैं। अपने बजट भाषण में उन्होंने किसानों की सहूलियत के लिए कई ऐलान किए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि तकनीक का इस्तेमाल खेती में भी होगा, किसान ड्रोन का इस्तेमाल होगा। इससे फसल मूल्यांकन, भूमि अभिलेख, कीटनाशकों का छिड़काव किया जाएगा। इतना ही नहीं उन्होंने किसानों के लिए कुछ अन्य ऐलान भी किए।
दरअसल, अपने बजट भाषण में सीतारमण ने कहा कि एमएसपी पर रिकॉर्ड खरीददारी की जाएगी हुए साल 2023 को मोटा अनाज वर्ष घोषित किया जाएगा। तिलहनों के उत्पादन को बढ़ाने की दिशा में भी सरकार काम करेगी। ऑर्गेनिक खेती पर सरकार का जोर रहगा, किसानों को डिजिटल सर्विस मिलेगी। इसके अलावा सिंचाई, पेयजल सुविधाएं बढ़ाने पर भी जोर रहेगा।
उन्होंने आगे कहा कि गंगा नदी के किनारे पांच किमी चौड़े गलियारों में किसानों की जमीन पर फोकस के साथ पूरे देश में रासायनिक मुक्त प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। रेलवे छोटे किसानों और उद्यमों के लिए कुशल लॉजिस्टिक्स विकसित करेगा। स्थानीय उत्पाद की सप्लाई चैन बढ़ाने के लिए 'एक स्टेशन, एक उत्पाद' योजना शुरू की जाएगी।
किसानों की आय को बढ़ाने के लिए पीपीपी मोड में योजना शुरू की जाएगी। इन सबके अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 44605 करोड़ रुपये की लागत से केन-बेतवा लिंक परियोजना को शुरू करने का ऐलान किया है। वित्त मंत्री ने पीएम किसान योजना की राशि को लेकर कुछ नहीं कहा।
ड्रोन तकनीक को खेती में कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है
बता दें कि ड्रोन एक मानव रहित विमान है, जिसे दूर से नियंत्रित तरीके से उड़ाया जा सकता है। इसके खेती में प्रयोग की अपार संभावनाएं होने का दावा किया जाता रहा है।ड्रोन के टैंक की क्षमता 10 लीटर तक बढ़ाई जा सकती है, जिससे आसानी से खेत में छिड़काव किया जा सकता है। 15 मिनट में करीब एक एकड़ क्षेत्रफल में अच्छी तरह से छिड़काव कर समय की बचत के साथ मजदूरी की बचत हो सकती है।