भारत के ऐक्शन से 'सकते' में ब्रिटिश सरकार, कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट पर बदले सुर
कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट को मान्यता न देने पर भारत की कार्रवाई से ब्रिटिश सरकार सकते है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भारत में ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने कहा है कि हम भारतीय कोरोना वैक्सीन...
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कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट को मान्यता न देने पर भारत की कार्रवाई से ब्रिटिश सरकार सकते है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भारत में ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने कहा है कि हम भारतीय कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट को मान्यता देने के लिए मोदी सरकार को तकनीकी सहयोग जारी रखेंगे।
We are continuing to engage with Govt of India on technical cooperation to expand UK recognition of vaccine certification to people vaccinated by a relevant public health body in India: Spokesperson of British High Commission in India https://t.co/Q7bfqKloXT
— ANI (@ANI) October 1, 2021
बता दें कि ब्रिटेन ने भारत के कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट को अब तक मान्यता नहीं दी है, जिस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत सरकार ने आज ऐलान किया कि ब्रिटेन से आने वाले लोगों के लिए भारत में 10 दिनों तक क्वारंटीन में रहना जरूरी होगा। हले ब्रिटेन ने भारत में लगने वाली कोविशील्ड वैक्सीन को ही मंजूरी प्राप्त टीकों से बाहर रखा था, जिस पर भारत ने उसे 'जैसे को तैसा' रवैया अपनाते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी थी। इसके बाद ब्रिटिश सरकार ने वैक्सीन को तो मंजूरी दे दी, लेकिन तकनीकी पेच फंसाते हुए सर्टिफिकेट पर सवाल उठा दिया था।
यही नहीं इसके लिए वैक्सीनेशन के स्टेटस का भी कोई प्रावधान नहीं रखा गया है। भले ही आने वाले यात्री को कोरोना वैक्सीन के दो टीके लग चुके हों, लेकिन उसे आइसोलेशन में रहना होगा। इसके अलावा भारत आने के लिए भी कुछ नियम तय किए गए हैं। ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों के लिए यह जरूरी होगा कि सफर से 72 घंटे पहले तक के कोरोना आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट उनके पास हो।