ट्रेन चलने से ठीक पहले गेट के ऊपर लगी ये नीली बत्ती देगी चेतावनी, जानें क्या होगा इसका मतलब
मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली उपनगरीय ट्रेनों से यात्रियों के गिरने की घटनाओं से चिंतित सरकार ने नया उपाय अपनाया है। रेलवे ट्रेनों के दरवाजों के ऊपर नीले रंग के संकेतक लगा रहा है। यह ट्रेन के रवाना...
मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली उपनगरीय ट्रेनों से यात्रियों के गिरने की घटनाओं से चिंतित सरकार ने नया उपाय अपनाया है। रेलवे ट्रेनों के दरवाजों के ऊपर नीले रंग के संकेतक लगा रहा है। यह ट्रेन के रवाना होने से पहले जल उठेगा जिसका अभिप्राय होगा कि यात्री चलती ट्रेन में न चढ़ें। इसकी जानकारी खुद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक वीडियो ट्वीट कर दी है।
Safety First: मुम्बई में ट्रेन में चढ़ते यात्रियों के लिए कोच के गेट पर नीले रंग की लाइट लगाई जा रही है, जो यात्रियों को गाइड करेगी कि ट्रेन स्टार्ट हो गयी है, इससे अंत समय मे ट्रेन में चढ़ने से होने वाली दुर्घटनाओं पर रोक लगेगी pic.twitter.com/ElspYGcVDi
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) January 13, 2019
रेलवे के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया, जब ट्रेन चलने लगेगी, तो संकेतक से प्लेटफार्म पर एक रेखा बन जाएगी, जो यात्रियों को हादसों से बचने के लिए बिल्कुल आगे नहीं बढ़ने का संकेत होगा। इससे प्लेटफार्म पर एक प्रकाश रेखा बन जाएगी, जो यात्रियों को किसी बाहरी वस्तु या विपरीत दिशा से आने वाली ट्रेनों की टक्कर के खतरों की चेतावनी देगी।
दरअसल, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने चलती ट्रेनों से गिरकर बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने पर चिंता प्रकट की थी, जिसके बाद प्रयोग के तौर पर यह परियोजना आजमाने का फैसला किया गया। अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो ट्रेनों या वातानुकूलित ईएमयू में इलेक्ट्रोनिक स्वचालित दरवाजे लगे होते हैं। इसलिए उनमें यह समस्या नहीं होती। लेकिन गैर एसी ईएमयू डिब्बों में ऐसे दरवाजे लगाना अव्यावहारिक है। ऐसे में इन ट्रेनों में नीले रंग का संकेतक आजमाया जा रहा है।
अधिकारी ने कहा, वैसे तो प्रयोग के तौर पर यह परियोजना शुरू की गई है और ईएमयू कोच के गेट पर इन्हें लगाया जा रहा है। यह गार्ड की स्टार्टिंग सर्किट से जुड़ा होगा और जब ट्रेन चलने लगेगी, तो यह चमकेगा। उन्होंने कहा, आगे चलकर मुम्बई उपनगरीय ट्रेनों के डिब्बों में यह संकेतक लगाया जाएगा।
क्यों पड़ी जरूरत
406 लोगों की मौत जनवरी-जुलाई 2018 के बीच मुंबई की लोकल ट्रेनों से गिरने की वजह से हुई। वहीं 871 लोग गंभीर रूप से घायल हुए इस अवधि में।
मुंबई की लाइफलाइन
- 150 साल पुरानी है मुंबई की उपनगरीय रेल सेवा
- 427.5 किलोमीटर लंबा लोकल ट्रेनों का रूट है
- 75 लाख यात्री रोजाना इन ट्रेनों से सफर करते हैं
- 264 करोड़ यात्रियों ने 2016-17 में इनसे यात्रा की