BJP और शिवसेना की लालसा की वजह से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन, चिराग पासवान का ट्वीट
भाजपा के नेतृत्व वाले राजग की घटक लोजपा ने झारखंड में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लेने के बाद महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने को लेकर भाजपा की निंदा की। लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने...
भाजपा के नेतृत्व वाले राजग की घटक लोजपा ने झारखंड में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लेने के बाद महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने को लेकर भाजपा की निंदा की। लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने मंगलवार (12 नवंबर) को महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने को दुभार्ग्यपूर्ण करार दिया और कहा कि यह दुखद है कि भाजपा-शिवसेना ने अपनी-अपनी महत्वाकांक्षाओं के लिए सरकार नहीं बनाई।
चिराग ने ट्वीट किया, “महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करना दुभार्ग्यपूर्ण है। लोगों ने राजग को जनादेश दिया था। यह दुखद है कि पार्टियों ने अपनी-अपनी महत्वाकांक्षाओं के लिए सरकार नहीं बनाई।”
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगना दुर्भाग्यपूर्ण।जनता ने एन॰डी॰ए॰ सरकार बनाने का जनादेश दिया था।अपनी अपनी महत्वाकांक्षा के कारण प्रदेश में सरकार न बनने देना दुखद।
— Chirag Paswan (@ichiragpaswan) November 12, 2019
चिराग की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब उनकी पार्टी ने झारखंड में अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। चिराग पासवान ने पिछले ही सप्ताह पार्टी की कमान अपने पिता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से अपने हाथों में ली है। वह पिछले कुछ दिनों से भाजपा की आलोचना कर रहे हैं।
इसके पहले सोमवार (11 नवंबर) को उन्होंने पटना में संवाददाताओं से कहा था कि उनकी पार्टी टोकन के रूप में सीटें स्वीकार नहीं करेगी। लोजपा नेता के अनुसार, पार्टी राज्य में छह सीटें मांग रही है, जहां 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में चुनाव होने हैं।
चिराग ने मंगलवार (12 नवंबर) सुबह स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी झारखंड में अकेले चुनाव लड़ेगी और 50 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। पार्टी ने पहले चरण के चुनाव के लिए पांच उम्मीदवारों की बाद में घोषणा भी की।