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घूसखोरी मामले में BJP विधायक मदल विरुपक्षप्पा की मुश्किलें बढ़ीं, कोर्ट ने 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा

पुलिस के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद विरुपक्षप्पा को मेडिकल जांच के लिए बेंगलुरु के एक हॉस्पिटल ले जाया गया। इसके बाद उन्हें लोकायुक्त ऑफिस में भेज कर दिया गया, जहां शुरुआती पूछताछ हुई।

घूसखोरी मामले में BJP विधायक मदल विरुपक्षप्पा की मुश्किलें बढ़ीं, कोर्ट ने 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा
Niteesh Kumarलाइव हिन्दुस्तान,बेंगलुरुTue, 28 Mar 2023 06:33 PM
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भाजपा विधायक मदल विरुपक्षप्पा को बेंगलुरु की एक कोर्ट ने 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। जनप्रतिनिधियों की विशेष अदालत के जस्टिस बी जयंत कुमार ने मंगलवार को यह फैसला सुनाया। उन्होंने विरुपक्षप्पा को 1 अप्रैल तक लोकायुक्त पुलिस की हिरासत में भेजने का आदेश जारी किया, जहां उनसे पूछताछ की जाएगी। मालूम हो कि कर्नाटक हाई कोर्ट ने भ्रष्टाचार के मामले में बीजेपी नेता की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। इसके बाद चन्नागिरी विधायक को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।

लोकायुक्त पुलिस के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद विरुपक्षप्पा को मेडिकल जांच के लिए बेंगलुरु के एक हॉस्पिटल ले जाया गया। इसके बाद उन्हें लोकायुक्त ऑफिस में भेज कर दिया गया, जहां शुरुआती पूछताछ हुई। आज अदालत में सुनवाई के दौरान लोकायुक्त ने MLA पर जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया। साथ ही उनकी 10 दिनों की हिरासत मांग की। हालांकि, विधायक के वकील ने पुलिस हिरासत पर आपत्ति जताते हुए दावा किया कि वह कई बार पूछताछ के लिए पेश हुए हैं। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने 5 दिन की हिरासत दी। इस बीच, विरुपक्षप्पा के वकीलों ने जमानत के लिए अदालत का रुख किया है।

40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया बेटा
चन्नागिरी विधायक का बेटा प्रशांत एम. वी. ठेकेदार से 40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। इसके कुछ दिन बाद विरुपक्षप्पा को अंतरिम जमानत मिल गई थी। सूत्रों ने बताया कि विधायक के बेटे के नकदी के साथ पकड़े जाने के बाद छापेमारी की गई, जिसमें उनके घर से 8.23 ​​करोड़ रुपये की बिना हिसाब की रकम का पता चला। हाई कोर्ट ने पिछले हफ्ते इस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया था। मामला सरकारी कंपनी को रसायनों की आपूर्ति का ठेका आवंटित करने के लिए रिश्वत मांगने और प्राप्त करने से जुड़ा है।

घूस के तौर पर 81 लाख रुपये मांगने का आरोप 
केएसडीएल के अध्यक्ष रहे विरुपक्षप्पा पर उनके पुत्र केएएस अधिकारी प्रशांत मदल के माध्यम से रिश्वत मांगने का आरोप है। बिल पास करने के लिए 81 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की गई और उनके बेटे को कार्यालय में 40 लाख रुपये लेते हुए पकड़ा गया। बाद में, विरुपक्षप्पा के आवास से 7 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की गई। प्रशांत को इस मामले में 2 मार्च को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। लोकायुक्त पुलिस ने तब से मामले में चार और गिरफ्तारियां की हैं। भाजपा विधायक ने तब से केएसडीएल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)

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