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बंगाल में चुनाव के बाद हो रही हिंसा में शामिल हैं बांग्लादेशी और रेहिंग्या, PM मोदी से मिलने के बाद बोले शुभेंदु अधिकारी

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद आरोप लगाया कि बांग्लादेश के घुसपैठिए और म्यांमार के रोहिंग्या बंगाल में चुनाव के...

बंगाल में चुनाव के बाद हो रही हिंसा में शामिल हैं बांग्लादेशी और रेहिंग्या, PM मोदी से मिलने के बाद बोले शुभेंदु अधिकारी
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्ली।Wed, 09 Jun 2021 08:40 PM
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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद आरोप लगाया कि बांग्लादेश के घुसपैठिए और म्यांमार के रोहिंग्या बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा में शामिल हैं। उन्होंने कहा, “मैंने मोदी जी को राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे अत्याचारों के बारे में बताया। अब तक 25 महिलाओं के साथ रेप हुआ है। इन अपराधों में बांग्लादेशी और रोहिंग्या शामिल हैं। हजारों बेघर हैं। औसग्राम (पूर्वी बर्दवान जिले में) में 26 परिवार जंगल में छिपे हुए हैं।”

वह लगातार दूसरे दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने वाले थे। भाजपा लंबे समय से आरोप लगा रही है कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार द्वारा रोहिंग्या शरणार्थियों को आश्रय दिया गया था, लेकिन सत्ताधारी दल ने हमेशा इस तरह के दावों का खंडन किया। अधिकारी ने कहा कि वह राज्यव्यापी आंदोलन में हिस्सा लेंगे, जिसकी घोषणा राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने मंगलवार को राज्य पदाधिकारियों की बैठक के बाद की थी। अधिकारी ने कहा, "हम अपनी याचिका के साथ राष्ट्रपति से मिलेंगे।"

मंगलवार को शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात के बाद अधिकारी ने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से लगता है कि बंगाल में स्थिति काफी खराब है।अनुच्छेद 356 को लागू करना चाहिए, लेकिन पार्टी ने इस मुद्दे पर औपचारिक रुख नहीं अपनाया है। भारत के संविधान के अनुच्छेद 356 के तहत, यदि राज्य सरकार संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार कार्य करने में असमर्थ है, तो केंद्र सरकार राज्य मशीनरी का सीधा नियंत्रण ले सकती है।

पदाधिकारियों की बैठक में शुभेंदु अधिकारी की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए गए तब दिलीप घोष ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि अधिकारी को दिल्ली क्यों बुलाया गया था। अधिकारी ने कहा, "हमारे बीच कोई मतभेद नहीं हैं। मैं घोष द्वारा लिए गए निर्णय का हिस्सा हूं। हम 23 जून से आंदोलन करेंगे।' आपको बता दें कि बंगाल के तीन भाजपा सांसद, अर्जुन सिंह, सौमित्र खान और निसिथ प्रमाणिक राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को लकेर राष्ट्रीय नेताओं से मिलने के लिए दिल्ली गए।

सिंह ने कहा, "कानून का कोई शासन नहीं है। पुलिस शिकायत स्वीकार नहीं कर रही है। रविवार को, जब उत्तर 24 परगना के जगदल में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई, स्थानीय बाजार में कुछ दुकानों को लूट लिया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।” अधिकारी के आरोप को खारिज करते हुए, बंगाल के कैबिनेट मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा, “अधिकारी खुद को भाजपा नेताओं के गुस्से से बचाने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा ने सोचा था कि उन्हें शामिल करने से बंगाल चुनावों में उनकी जीत अपने आप सुनिश्चित हो जाएगी। अधिकारी अब पार्टी आकाओं को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं।''

अधिकारी पिछले साल दिसंबर में भाजपा में शामिल हुए थे और उन्होंने हाल ही में पूर्वी मिदनापुर जिले के नंदीग्राम विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को हराया था। उनके पिता और छोटे भाई जिले से टीएमसी के लोकसभा सांसद हैं।

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