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राजस्थान में उलटफेर: मायावती को लगा बड़ा झटका, BSP के सभी 6 विधायक कांग्रेस में शामिल

राजस्थान में बसपा सुप्रीमो मायावती को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सभी छह विधायक सोमवार की देर रात कांग्रेस में शामिल हो गए। बसपा के सभी 6 विधायकों का कांग्रेस में शामिल होना...

राजस्थान में उलटफेर: मायावती को लगा बड़ा झटका, BSP के सभी 6 विधायक कांग्रेस में शामिल
लाइव हिन्दुस्तान टीम,जयपुरTue, 17 Sep 2019 06:11 AM
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राजस्थान में बसपा सुप्रीमो मायावती को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सभी छह विधायक सोमवार की देर रात कांग्रेस में शामिल हो गए। बसपा के सभी 6 विधायकों का कांग्रेस में शामिल होना एक ओर जहां मायावती के लिए बड़ा झटका है, वहीं अशोक गहलोत के लिए राहत की बात है। क्योंकि कर्नाटक में ऑपरेशन लोटस के कामयाब होने के बाद बीजेपी की नजर मध्य प्रदेश और राजस्थान पर ही टिकी है।  बता दें कि जिन सभी बसपा विधायकों ने कांग्रेस का हाथ थामा है, वे सभी अब तक बाहर से कांग्रेस को समर्थन दे रहे थे। 

बहुजन समाज पार्टी के सभी छह विधायकों ने सोमवार रात अपनी पार्टी का राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस में विलय करने के लिये एक पत्र राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा। पत्र में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायकों ने कहा है कि वे अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी ने पीटीआई—भाषा को बताया कि 'बसपा विधायकों ने उनसे मुलाकात की और विलय के बारे में एक पत्र उन्हें सौंपा।'

बसपा के छह विधायकों में राजेंद्र सिंह गुढ़ा, जोगेंद्र सिंह अवाना, वाजिब अली, लखन सिंह मीणा, संदीप यादव और दीपचंद शामिल हैं। बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय से प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार और अधिक मजबूत और स्थिर हो जाएगी।

कांग्रेस के एक नेता ने कहा, बसपा के सभी छह विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लगातार संपर्क में थे और आज वे कांग्रेस के पाले में आ गए। प्रदेश की 200 सीटों वाली विधानसभा में अभी कांग्रेस के 100 विधायक हैं और उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के पास एक विधायक है । 

सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी को 13 निर्दलीय विधायकों में से 12 का बाहर से समर्थन प्राप्त है जबकि दो सीटें खाली हैं। राज्य में 2009 में भी अशोक गहलोत के पहले कार्यकाल के दौरान, बसपा के सभी छह विधायकों ने कांग्रेस का दामन थामा था और तत्कालीन कांग्रेस सरकार को स्थिर बनाया था। उस समय सरकार स्पष्ट बहुमत से पांच कम थी।

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