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राम मंदिर भूमि पूजन से पहले मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने हागिया सोफिया का उदाहरण देकर कहा- बाबरी मस्जिद थी और हमेशा रहेगी

अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन से ठीक पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB‌) ने विवादित ट्वीट करते हुए कहा है कि बाबरी मस्जिद हमेशा थी और रहेगी। सु्प्रीम कोर्ट के फैसले पर...

राम मंदिर भूमि पूजन से पहले मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने हागिया सोफिया का उदाहरण देकर कहा- बाबरी मस्जिद थी और हमेशा रहेगी
लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 05 Aug 2020 12:17 PM
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अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन से ठीक पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB‌) ने विवादित ट्वीट करते हुए कहा है कि बाबरी मस्जिद हमेशा थी और रहेगी। सु्प्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाते हुए बोर्ड ने कहा कि अन्यायपूर्ण, दमनकारी, शर्मनाक और बहुसंख्यक तुष्टीकरण के आधार पर भूमि का पुनर्निर्धारण करने वाला फैसला इसे बदल नहीं सकता है। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने ट्वीट में तुर्की के हागिया सोफिया की चर्चा करते हुए कहा कि हमारे लिए यह एक बेहतरीन उदाहरण है कि स्थितियां हमेशा एक जैसी नहीं रहती हैं। 

हागिया सोफिया म्युजियम यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में शामिल था लेकिन तुर्की के राष्‍ट्रपति रजब तैयब एर्दोगान ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इसे एक बार फिर से मस्जिद में तब्‍दील कर दिया है। छठी शताब्दी में रोमन कैथोलिक राजा ने हागिया सोफिया का निर्माण चर्च के रूप में किया था, लेकिन जब 15 वीं शताब्दी में ऑटोमन साम्राज्य के मेहमत (द्वितीय) ने  इस इलाके को जीता तो उन्होंने चर्च को मस्जिद में बदल दिया। मुस्तफा कमाल पाशा ने जब 1923 में तुर्की की बागडोर संभाली तो उन्होंने रूढ़वादी चीजों पर प्रहार किया और वर्ष 1934 में हागिया सोफिया को म्यूजियम में तब्दील कर दिया। हालांकि अब एर्दोगान ने उस इतिहास को पलट दिया है।

हागिया सोफिया का उदाहरण देकर पर्सनल लॉ बोर्ड ने यह मंशा जाहिर की है कि एक दिन फिर राम मंदिर को बाबरी मस्जिद में तब्दील किया जा सकता है।बोर्ड के मोहम्मद वली रहमानी ने कहा, 'बाबरी मस्जिद को कभी भी किसी मंदिर को तोड़कर नहीं बनाया गया था।' उन्होंने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में माना है कि मस्जिद में मूर्तियों को रखना गैरकानूनी था।

तकरीबन 500 साल तक चले अयोध्या के राम जन्मभूमि विवाद में सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल फैसला सुनाया था। कोर्ट ने विवादित जमीन रामलला को दी थी। वहीं, मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या में पांच एकड़ जमीन देने का फैसला दिया था।

वहीं, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट कर कहा है कि बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी। उन्होंने बुधवार सुबह ट्वीट किया, 'बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी, इशांअल्लाह।'

गौरतलब है कि अयोध्या में बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी राम मंदिर का भूमि पूजन करेंगे। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं। राम नगरी में मंदिरों को सैनिटाइज किया जा रहा है। वहीं, पूरे शहर को दीया, फूल आदि से सजाया गया है। पीएम मोदी आज सुबह लखनऊ पहुंचेंगे और फिर पांच मिनट के बाद अयोध्या के लिए रवाना होंगे। अयोध्या में भूमि पूजन की वजह से अयोध्या में दीवाली जैसा माहौल है।

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