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खालिस्तानियों पर लगाम लगाए ऑस्ट्रेलिया, भारत ने फिर दिया सख्त संदेश

विदेश मंत्रालय ऑस्ट्रेलिया में चरमपंथी घटनाओं पर कहा, "हम चरमपंथी तत्वों द्वारा ऐसे हमलों की कड़ी निंदा करते हैं और स्थानीय अधिकारियों से अपराधियों को दंडित करने का आग्रह करते हैं।

खालिस्तानियों पर लगाम लगाए ऑस्ट्रेलिया, भारत ने फिर दिया सख्त संदेश
Amit Kumarलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीThu, 02 Feb 2023 05:29 PM

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ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में तथा-कथित ‘पंजाब स्वतंत्रता जनमत संग्रह’ के दौरान खालिस्तानी कार्यकर्ताओं और भारत-समर्थक प्रदर्शनकारियों के बीच दो जगहों पर हुईं झड़पों को लेकर भारत ने कड़ी निंदा की है। ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी चरमपंथ की घटनाओं पर विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि उसने संबंधित अधिकारियों के सामने यह मुद्दा उठाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आरिंदम बागची ने कहा, "हम इस तरह के घटनाओं और तोड़-फोड़ की कड़ी निंदा करते हैं। हमने खालिस्तान जनमत संग्रह को अपनी अस्वीकृति से अवगत कराया है। हमने वहां पर भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इसे ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों के समक्ष उठाया है।"

उन्होंने कहा, "हमने तथाकथित खालिस्तान जनमत संग्रह और राजनीति से प्रेरित घटनाओं को लेकर अपनी अस्वीकृति से अवगत कराया है। हमने ऑस्ट्रेलिया से भारतीय समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने और ऑस्ट्रेलियाई क्षेत्र के इस्तेमाल की अनुमति नहीं देने का अनुरोध किया है जो भारत की अखंडता, इसकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हानिकारक होगा।"

विदेश मंत्रालय ऑस्ट्रेलिया में चरमपंथी घटनाओं पर कहा, "हम चरमपंथी तत्वों द्वारा ऐसे हमलों की कड़ी निंदा करते हैं और स्थानीय अधिकारियों से अपराधियों को दंडित करने का आग्रह करते हैं। प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों सहित तत्वों द्वारा कार्रवाई के बारे में हम बार-बार ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों के साथ अपनी चिंता को उठाते रहे हैं।"

भारत पहले ही ऑस्ट्रलिया सरकार को देश में खालिस्तानी अलगाववादियों की भारत-विरोधी गतिविधियों और देश के विभिन्न हिस्सों में हिन्दू मंदिरों में तोड़फोड़ पर रोक लगाने के लिए कह चुका है। कैनबरा स्थित भारतीय उच्चायोग ने 26 जनवरी को जारी बयान में बेहद कड़े शब्दों में कहा है, ‘‘पिछले कुछ समय से स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) और ऑस्ट्रेलिया से बाहर के अन्य संगठनों की शह और उकसावे पर ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तान समर्थक तत्व अपनी गतिविधियां तेज कर रहे हैं।’’