पाकिस्तान का नाम अब क्यों नहीं ले रही भाजपा, जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों पर असदुद्दीन ओवैसी
हैदराबाद के सांसद ने तेलंगाना के विकाराबाद में आज एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं के बीच असदुद्दीन ओवैसी की यह टिप्पणी आई है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सीमा पार से आए आतंकवादियों ने हमारे 50 से अधिक जवानों को मार डाला। आज भी हमने एलओसी पर एक सैनिक को खो दिया है। ओवैसी ने सवाल किया कि आखिर भाजपा अब पाकिस्तान का नाम क्यों नहीं ले रही है? उन्होंने कहा, 'जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकी हमला हुआ। डोडा तो LoC से बहुत दूर है, आखिर आतंकवादी वहां कैसे पहुंच गए? मगर भाजपा तो इस बारे में बात ही नहीं कर रही है।'
हैदराबाद के सांसद ने तेलंगाना के विकाराबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं के बीच असदुद्दीन ओवैसी की यह टिप्पणी आई है। भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के कमकारी सेक्टर में आज पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम के हमले को नाकाम कर दिया। हालांकि, इस दौरान हुई मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद हो गया। एक कैप्टन सहित 4 अन्य सैन्यकर्मी घायल भी हुए हैं। सूत्रों ने बताया कि मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी घुसपैठिया भी मारा गया जबकि 2 अन्य घुसपैठिये घंटों तक चली भीषण गोलीबारी के बीच पीओके में भाग गए।
हाल के दिनों में आतंकवादी घटनाएं बढ़ीं
बता दें कि केंद्र शासित प्रदेश में हाल में आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। केवल जम्मू क्षेत्र में राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, कठुआ और डोडा में हमलों में 22 लोग मारे गए जिनमें सुरक्षाबलों के जवान और ग्राम रक्षा गार्ड के 11 सदस्य शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, जम्मू में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के प्रयास के तहत सरकार ओडिशा से बीएसएफ की 2 बटालियन भेज रही है जिसमें 2,000 से अधिक जवान हैं। जम्मू क्षेत्र में हाल में हुए आतंकवादी हमलों के मद्देनजर दोनों इकाइयों को नक्सल रोधी अभियान से तत्काल हटाने का निर्णय लिया गया। श्रीनगर में मौजूद रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि घुसपैठिये खराब मौसम और क्षेत्र में कम दृश्यता का फायदा उठाकर नियंत्रण रेखा पार कर इस ओर आए हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)