सेना भर्ती घोटाला: लेफ्टिनेंट कर्नल डॉ. जगजीत पुरी गिरफ्तार, फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए लेते थे 40 हजार
राजस्थान पुलिस की आतंकवाद निरोधक इकाई (एटीएस) ने सेना भर्ती घोटाले में सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल डॉ. जगजीत पुरी को गिरफ्तार किया है। लेफ्टिनेंट कर्नल की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में...
राजस्थान पुलिस की आतंकवाद निरोधक इकाई (एटीएस) ने सेना भर्ती घोटाले में सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल डॉ. जगजीत पुरी को गिरफ्तार किया है।
लेफ्टिनेंट कर्नल की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या पांच हो चुकी है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एटीएस) उमेश मिश्रा के अनुसार, गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों से पूछताछ करने पर जोधपुर में सेना की मेडिकल विंग में पदस्थ लेफ्टिनेंट कर्नल पुरी का नाम सामने आया था।
उन्होंने कहा कि सेना से अनुमति लेकर पुरी से पूछताछ की गई। पूछताछ में आरोप साबित होने पर बुधवार को लेफ्टिनेंट कर्नल पुरी को गिरफ्तार कर लिया गया।
24 से अधिक अभ्यार्थियों से फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए पैसे लिए
उन्होंने बताया कि डॉ पुरी के पास सेना में भर्ती प्रक्रिया के अन्तिम चरण में फिटनेस प्रमाण पत्र देने की जिम्मेदारी थी।
एडीजी ने कहा कि पूछताछ में यह बात सामने आई है कि आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल ने बीते दो साल में 24 से अधिक अभ्यार्थियों से 35 से 40 हजार रूपये लिए।
2006 में सेना में मिला था कमीशन
उन्होंने बताया कि आरेापी को आज जयपुर की संबधित अदालत में पेश कर रिमांड मांगी जाएगी।
मिश्रा के अनुसार, लेफ्टिनेंट कर्नल को वर्ष 2006 में सेना में कमीशन मिला था। मौजूदा समय में वह जोधपुर में पदस्थ थे।
एटीएस ने सेना भर्ती घोटाले में गत 23 मई को अर्जुन सिंह, सुरेन्द्र सिंह राठौड़, सुनील व्यास और नंद सिंह को गिरफ्तार किया था। एटीएस ने गिरफ्तार आरोपी नंद सिंह के घर में तलाशी के दौरान एक करोड़ 71 लाख रूपये नकद जब्त किये थे।
सूत्रों के अनुसार एटीएस ने सेना प्रशासन से अनुमति लेने के बाद ही उसे गिरफ्तार किया।