अर्जुन राम मेघवाल ने ली मंत्री पद की शपथ, जानें उनके बारे में अहम बातें
राजस्थान के बीकानेर लोकसभा सीट से सांसद और अर्जुन राम मेघवाल मोदी सरकार के पहले कार्यकाल की तरह ही इस भी भी टीम मोदी के सदस्य होंगे। अर्जुन राम मेघवाल ने आज मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में...
राजस्थान के बीकानेर लोकसभा सीट से सांसद और अर्जुन राम मेघवाल मोदी सरकार के पहले कार्यकाल की तरह ही इस भी भी टीम मोदी के सदस्य होंगे। अर्जुन राम मेघवाल ने आज मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्री पद की शपथ ली। अर्जुन राम मेघवाल ने बीकानेर लोकसभा सीट से हैट्रिक जीत हासिल की है। यही वजह है कि बीजेपी में उनका कद काफी बड़ा है और इस बार भी टीम मोदी में उन्हें जगह दी जाएगी। 16वीं लोकसभा चुनाव में वह पार्टी के मुख्य व्हीप रहे हैं।
अर्जुन राम मेघवाल के बारे में खास बातें
राजस्थान के बीकानेर से बीजेपी सांसद अर्जुन राम मेघवाल उस वक्त काफी सुर्खियों में आए थे, जब वह राजस्थानी पगड़ी पहन कर और साइकिल पर सवार होकर शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे थे। माना जाता है कि वह जमीन से जुड़े हुए नेता हैं।
अर्जुन राम मेघवाल लगातार तीन बार बीकानेर से सांसद बने हैं। राजनीति में शामिल होने के लिए मेघवाल ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) से स्वैच्छिक त्याग किया था।
भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा देने के बाद अर्जुन राम मेघवाल सक्रिय राजनीति में आए। पहली बार वह लोकसभा चुनाव 2009 में बीकानेर लोकसभा सीट से जीते और संसद पहुंचे। साल लोकसभा चुनाव 2014 में भी उन्हें फिर बीजेपी के प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल हुई थी।
2014 में जीत के बाद वे लोकसभा में बीजेपी के मुख्य सचेतक (चीफ व्हीप) रहे। अर्जुन राम मेघवाल को साल 2016 में वित्त राज्य मंत्री बनाया गया था, जिसके बाद जल संसाधन राज्य मंत्री के रूप में भी उनका कार्यकाल रहा।
वर्ष 1977 में कानून में स्नातक स्तर की पढ़ाई पूरी करने के बाद और 1979 में आर्ट्स में नियमित छात्र के रूप में स्नातकोत्तर पूरा करने के बाद, 1982 में उन्होंने आरएएस परीक्षा उत्तीर्ण की और राजस्थान उद्योग सेवा के लिए चुने गए। उन्होंने जिला उद्योग केंद्र में सहायक निदेशक के रूप में नियुक्त किया और राजस्थान के झुनझनू, धौलपुर, राजसमंद, जयपुर, अलवर और श्रीगंगानगर जिलों के जिल उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक के रूप में काम किया।
अर्जुन राम मेघवाल का जन्म 7 दिसम्बर 1954 को बीकानेर में हुआ। बीकानेर के राजकीय डूंगर कॉलेज से उन्होंने बीए की डिग्री पाई और उसी संस्थान से एलएलबी और स्नातकोत्तर डिग्री भी हासिल की।
साल 1977 में कानून में स्नातक स्तर की पढ़ाई पूरी करने के बाद और 1979 में आर्ट्स में नियमित छात्र के रूप में स्नातकोत्तर पूरा करने के बाद, 1982 में उन्होंने आरएएस परीक्षा उत्तीर्ण की और राजस्थान उद्योग सेवा के लिए चुने गए। उन्होंने जिला उद्योग केंद्र में सहायक निदेशक के रूप में नियुक्त किया और राजस्थान के झुनझनू, धौलपुर, राजसमंद, जयपुर, अलवर और श्रीगंगानगर जिलों के जिल उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक के रूप में काम किया।
साल 1994 में, उन्हें राजस्थान के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री श्री हरिश्चंद्र भाभा को विशेष ड्यूटी (ओएसडी) के अधिकारी नियुक्त किया गया था। डीई को ओएसडी के रूप में काम करते समय मुख्यमंत्री, जयपुर के जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक का भी उनके पास था। उसी वर्ष, उन्हें राजस्थान उद्योग सेवा पेरिस के लिए राज्य अध्यक्ष के रूप में चुना गया। फिर, उन्हें बाड़मेर में अतिरिक्त कलेक्टर (विकास) के रूप में नियुक्त किया गया। बाद में, उन्होंने डॉ अंबेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसाइटी, राजस्थान के महासचिव के चुनाव जीता।
उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवाओं (आईएएस) में पदोन्नति भी की और कई प्रशासनिक पदों पर काम किया जैसे कि उप सचिव, तकनीकी शिक्षा; विशेष सचिव, उच्च शिक्षा; राजस्थान के प्रबंध निदेशक, नागपुर लिमिटेड निगम लिमिटेड; अपर आयुक्त; वाणिज्यिक कर विभाग; जिला कलेक्टर और जिला न्यायाधीश चुरु राजनीति में शामिल होने के लिए उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा से स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति ली।
मेघवाल मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में जल संसाधन, नदी विकास और गंगा कायाकल्प और संसदीय मामलों के मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री रहे हैं। उन्हें साल 2013 में सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार भी मिल चुका है।