ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशअमृतसर ट्रेन हादसा: 61 लोगों की मौत के जिम्मेदार दो दिन बाद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर

अमृतसर ट्रेन हादसा: 61 लोगों की मौत के जिम्मेदार दो दिन बाद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर

अमृतसर में दहशरे की शाम हुए भीषण ट्रेन हादसे में मारे गए करीब दो दर्जन लोगों का जब शनिवार को सामूहिक रूप से अंतिम संस्कार किया गया तो दूसरी तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मामले की...

अमृतसर ट्रेन हादसा: 61 लोगों की मौत के जिम्मेदार दो दिन बाद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
अमृतसर। एजेंसीSun, 21 Oct 2018 01:23 PM
ऐप पर पढ़ें

अमृतसर में दहशरे की शाम हुए भीषण ट्रेन हादसे में मारे गए करीब दो दर्जन लोगों का जब शनिवार को सामूहिक रूप से अंतिम संस्कार किया गया तो दूसरी तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं दशहरा समारोह की मुख्य आयोजक नगर निगम पार्षद विजय मदान और उनका बेटा सौरभ मदान मिट्ठू अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ फरार है। 

पुलिस के अनुसार, इस हादसे से नाराज कुछ लोगों ने शनिवार को मदान के आवास पर हमला कर दिया, खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए और पथराव किया। इसके बाद मदान परिवार के सदस्य किसी अज्ञात स्थान पर चले गए और उन्होंने अपने मोबाइल फोन बंद कर लिए। हालांकि उनके आवास पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। विजय मदान अमृतसर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के तहत वार्ड संख्या 29 से मौजूदा पार्षद है। मदान परिवार के सदस्य उस दशहरा कार्यक्रम के मुख्य आयोजक थे जहां ट्रेन हादसा हुआ था।

अमृतसर हादसा: 10 मिनट पहले गुजरी थी हावड़ा एक्सप्रेस, फिर जालंधर-अमृतसर ने लोगों को कुचल डाला

पुलिस शनिवार को दिनभर उन्हें खोजती रही, लेकिन उनका पता नहीं चला। दोनों पिता-पुत्र ने कार्यक्रम स्थल पर अपने पोस्टर लगाकर उसमें नवजोत कौर सिद्धू और नवजोत सिंह सिद्धू को दिखाया था। मुख्य आयोजक सौरभ मदन मिथू है, जो वार्ड 29 के पार्षद विजय मदन का पुत्र है। दोनों पिता-पुत्र परिवार के अन्य लोगों के साथ घटना के बाद से ही फरार हैं। पुलिस ने बताया कि शनिवार को कुछ गुस्साए लोगों ने पार्षद के घर पर तोड़ा-फोड़ी की। पुलिस ने मदन परिवार के सदस्यों को मोबाइल फोन लगाना चाहा, लेकिन सभी के फोन बंद आए। उनके घर पर पुलिस जवान तैनात किये गए हैं।

 

अमृतसर रेल हादसा: घायलों के ही नहीं, मृतकों के भी पर्स, मोबाइल और चेन चुराई, पढ़ें पीड़ितों की आपबीती

सौरभ मदन ने जिस स्थान पर दशहरा कार्यक्रम आयोजित किया, पिछले साल वहां उन्हें अनुमति नहीं दी गई थी। इस बार उन्होंने रेल पटरियों के ठीक पास की जमीन पर कार्यक्रम आयोजित कर मुख्य अतिथि नवजोत कौर सिद्धू को बुला लिया।

वहीं शिरोमणि अकाली दल-बादल ने दशहरा कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। पार्टी प्रमुख प्रमुख तथा पंजाब के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘अमृतसर का हादसा हृदय विदारक है। पीडि़तों के परिजन एक ही बात बोल रहे हैं कि नियमों की अनदेखी करने वाले आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई हो। उम्मीद है, पंजाब सरकार तेजी से काम करेगी और इस दिशा में जल्द कोई कार्रवाई होगी।’ उन्होंने कहा कि यह अक्षम्य अपराध है, कार्यक्रम के आयोजकों के नाम प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए।

अमृतसर ट्रेन हादसा: नवजोत कौर के सामने आयोजक ने किया था दावा ट्रैक पर 5000 की भीड़

उधर अमृतसर ट्रेन हादसे से पहले दशहरा मेले के आयोजकों का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो से स्पष्ट हो रहा है कि ट्रैक पर मौजूद भीड़ के बारे में आयोजनकर्ताओं को पता था। लेकिन उन्होंने ट्रैक पर से लोगों को हटाने या खाली कराने के लिए न तो कोई प्रयास किया और न ही शायद प्रशासन ने इसकी सुध ली। ट्रेन हादसे से कुछ देर पहले मेले का एक आयोजक पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू के सामने दावा कर रहा है कि 5000 लोगों की भीड़ रेलवे ट्रैक पर मौजूद है। 

अमृतसर ट्रेन हादसा : मारे गये 40 लोगों की पहचान हुई, 36 का हुआ अंतिम संस्कार

वायरल हो रहे वीडियो में मंच से बोलते एक व्यक्ति कहता है कि मैडम (नवजोत कौर सिद्धू), यहां देखिए। इन लोगों को रेल की पटरियों की कोई चिंता नहीं है भले ही 500 ट्रेन भी यहां से गुजर जाए तो भी 5000 लोग आपके लिए खड़े रहेंगे। शुक्रवार रात को रेल की पटरियों पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे करीब 59 लोगों को ट्रेन ने कुचल दिया था। यह घटना जोड़ा फाटक के पास की करीब 7 बजे की है। नवजोत कौर सिद्धू इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं। जब उनसे ट्रैक पर बड़ी संख्या में लोगों के खड़े होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कई बार स्टेज से लोगों को धोबी घाट ग्राउंड के भीतर आने के लिए कहा गया था, जहां पुतले जलाए जा रहे थे।   

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें