अमृतसर रेल हादसा :ट्रेन ड्राइवर बोला-लगाई थी इमरजेंसी ब्रेक, लोग फेंकने लगे पत्थर
अमृतसर रेल हादसे में ट्रेन ड्राइवर अरविंद कुमार का बयान पहली बार सामने आया है। अरविंद ने अपने लिखित बयान में कहा है कि ट्रेन के इमरजेंसी ब्रेक लगाए गए थे, उसके बावजूद मेरी गाड़ी के चपेट में कुछ लोग आ...
अमृतसर रेल हादसे में ट्रेन ड्राइवर अरविंद कुमार का बयान पहली बार सामने आया है। अरविंद ने अपने लिखित बयान में कहा है कि ट्रेन के इमरजेंसी ब्रेक लगाए गए थे, उसके बावजूद मेरी गाड़ी के चपेट में कुछ लोग आ गए। उसने कहा, ने ट्रैक पर लोगों का हुजूम देखते ही इमरजेंसी ब्रेक लगा दी लेकिन इसके बावजूद ट्रेन की चपेट में कुछ यात्री आ गए। ड्राइवर का दावा है कि जब ट्रेन पूरी तरह से रुकने की स्थिति में पहुंच गई थी, तभी ट्रेन पर कुछ लोगों ने पत्थरों से हमला कर दिया, जिससे यात्रियों की सुरक्षा के लिए उसने फिर से ट्रेन चला दी।
Saw a crowd of ppl around track. Immediately applied emergency brakes while continuously blowing horn. Still some ppl came under it.Train was about to stop when people started pelting stones & so I started the train for passengers' safety:DMU train's driver.#AmritsarTrainAccident pic.twitter.com/2dihtcO9Ri
— ANI (@ANI) October 21, 2018
पटरियों से हटाए गए प्रदर्शनकारी
ट्रेन हादसे के बाद से पटरियों पर धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों को हटा दिया गया है और ट्रेनों का परिचालन करीब 40 घंटे बाद रविवार दोपहर बहाल हो गया। रेलवे के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। प्रवक्ता ने बताया कि रेलवे को स्थानीय अधिकारियों से दोपहर 12:30 बजे ट्रेन सेवाएं बहाल करने की मंजूरी मिली। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने बताया, “पहले मालगाड़ी को दोपहर दो बजकर 16 मिनट पर मनावला से अमृतसर रवाना किया गया।” उन्होंने बताया कि इसके बाद मेल या एक्सप्रेस ट्रेनों का आवागमन शुरू किया जाएगा।
अमृतसर रेल हादसा : प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर किया पथराव, एक पुलिसकर्मी घायल
पटरी पर बैठे प्रदर्शनकारियों को जबरन हटाया
पंजाब पुलिस ने अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे के बाद से पटरियों को अवरोधित कर उनपर बैठे प्रदर्शनकारियों को बलपूर्वक हटाकर रविवार को रेल मार्ग साफ किया। पटरी से हटाए जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाकर्मी के साथ झड़प की और उनपर पथराव किया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस झड़प में पंजाब पुलिस का एक कमांडो और एक फोटो पत्रकार घायल हो गया।
दशहरे की शाम हुए ट्रेन हादसे में 61 लोगों की मौत की बाद से स्थानीय निवासी घटना वाली जगह पर प्रदर्शन कर रहे थे और पटरियों को अवरोधित कर बैठे हुए थे।