कश्मीर के मसले पर अमित शाह और अधीर रंजन में तीखी नोकझोंक
लोकसभा में कश्मीर के मसले पर गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के बीच तीखी नोकझोंक हुई। दोनों के बीच 8 से ज्यादा बार सवाल जवाब हुआ। अधीर ने सरकार पर नियम कानून तोड़ने के आरोप...
लोकसभा में कश्मीर के मसले पर गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के बीच तीखी नोकझोंक हुई। दोनों के बीच 8 से ज्यादा बार सवाल जवाब हुआ। अधीर ने सरकार पर नियम कानून तोड़ने के आरोप लगाए। उनके आरोपों का जवाब देते हुए शाह ने कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर हमारा है।
शाह ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल के प्रस्ताव को लोकसभा में चर्चा के लिए रखा। इसके तुरंत बाद अधीर रंजन चौधरी बोलने को खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि आप रातो रात पीओके के बारे में भी सोचने लगे हैं। आप नियम कानूनों का उल्लंघन करके एक राज्य के दो टुकड़े करके केंद्र शासित प्रदेश बना दिया है।
अधीर का इतना बोलना था कि शाह तुरंत जवाब देने के लिए खड़े हुए। उन्होंने कहा कि सामान्य बातचीत के माहौल में बाते नहीं होनी चाहिए। ये देश की सबसे बड़ी पंचायत है। उन्होंने कहा कि कौन सा नियम कानून तोड़ा गया है ये बता दिया जाए। उसके बाद स्पीकर ने मनीष तिवारी को बोलने का निर्देश दिया लेकिन अधीर यहीं नहीं रुके।
उन्होंने कहा, कश्मीर के मामले में सरकार कहती है कि ये अंदरूनी मामला है पर अब भी संयुक्त राष्ट्र के लोग वहां मॉनिटरिंग करते हैं। शाह फिर खड़े हुए और अधीर को रोकते हुए अपनी बात कहनी शुरू की। शाह ने कहा कि एक मिनट आप मुझे सुनिए। ये बात स्पष्ट कर दें कि ये क्या कांग्रेस पार्टी का स्टैंड है कि कश्मीर यूएन मॉनिटर कर सकता है?
बयान से कांग्रेस असहज
दोपहर सवा 11 बजे अधीर रंजन चौधरी की तरफ से उठाया गया ये सवाल कि कश्मीर कैसे हमारा आंतरिक मामला हो गया। इस सवाल ने लोकसभा में कांग्रेस को असहज स्थिति में ला दिया। सदन में सत्ता पक्ष की तरफ से कांग्रेस को देश विरोधी बताया जाना लगा। सोनिया गांधी को भी समझ नहीं आ रहा था कि ये क्या हो गया। राहुल गांधी कुर्सी पर चुपचाप बैठे रहे। ज्यादा विरोध देखते हुए अधीर रंजन ने अपनी सफाई देनी शुरू की उन्हें गलत समझा जा रहा है वो सिर्फ इन मामलों पर सफाई चाहते हैं।