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गृह मंत्री अमित शाह से मिलने जा रहे किसान नेता बोले- बीच का रास्ता नहीं, सिर्फ 'हां' या 'ना' चाहिए

केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान नेताओं से मंगलवार शाम को गृह मंत्री अमित शाह मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात से पहले किसान नेताओं ने दो टूक कहा है कि वे सिर्फ 'हां' या फिर...

गृह मंत्री अमित शाह से मिलने जा रहे किसान नेता बोले- बीच का रास्ता नहीं, सिर्फ 'हां' या 'ना' चाहिए
भाषा,नई दिल्लीTue, 08 Dec 2020 06:24 PM
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केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान नेताओं से मंगलवार शाम को गृह मंत्री अमित शाह मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात से पहले किसान नेताओं ने दो टूक कहा है कि वे सिर्फ 'हां' या फिर 'नहीं' में जवाब मांगेंगे। किसान नेताओं ने मंगलवार को 'भारत बंद' सफल होने का दावा करते हुए कहा कि जब वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे तो अपनी मांगों पर केवल 'हां' या 'नहीं' में जवाब मांगेंगे।

किसान नेताओं का एक समूह मंगलवार शाम को शाह से मुलाकात करेगा। एक दिन बाद बुधवार को उनकी केंद्रीय मंत्रियों के साथ छठे दौर की वार्ता होगी। किसान नेता आर.एस. मनसा ने सिंघु बॉर्डर पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''बीच का कोई रास्ता नहीं है। हम आज की बैठक में गृह मंत्री अमित शाह से केवल 'हां' या 'नहीं' में जवाब देने को कहेंगे।'' मनसा ने दावा किया कि केंद्र सरकार 'भारत बंद' के सामने झुक गई है।

एक अन्य नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि 'भारत बंद सफल रहा और केंद्र सरकार को अब पता है कि उसके पास कोई रास्ता नहीं है। स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि 25 राज्यों में करीब 10,000 जगहों पर बंद आहूत किया गया।''

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किसान नेताओं ने कहा कि प्रदर्शनकारी बुराड़ी के मैदान नहीं जाएंगे, क्योंकि यह एक 'खुली' जेल है। उन्होंने रामलीला मैदान में प्रदर्शन की अनुमति देने की मांग की। किसान नेताओं ने कहा कि वे दिल्ली और हरियाणा की जनता को परेशान नहीं करना चाहते।

कृषि कानूनों के खिलाफ बुलाया गया 'भारत बंद'

केंद्र के नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों के आह्वान पर बुलाए गए 'भारत बंद' के समर्थन में मंगलवार को देश के कई हिस्सों में दुकानें और कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे और परिवहन पर असर पड़ा। प्रदर्शनकारी सड़क पर उतरे और ट्रेन समेत यातायात को बाधित किया। बंद से आपात सेवाओं और बैंकों को दूर रखा गया है। अखिल भारतीय बंद को अधिकतर विपक्षी दलों और कई ट्रेड यूनियनों का समर्थन मिला है। पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों और किसानों के प्रदर्शन का केंद्र बनी दिल्ली में बंद का असर दिखा। बंद को देखते हुए देशभर में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। कई जगहों पर प्रदर्शन का असर दिखा।

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